बच्चों में बढ़ा प्रकृति और कृषि शिक्षा के प्रति उत्साह
सीतामढ़ी। प्राथमिक विद्यालय बाजीतपुर पूर्वी टोला में शुक्रवार को विद्यालय परिसर में विकसित किए गए स्कूल गार्डन से पहली बार सब्जी की सफल तुड़ाई की गई। यह सब्जियाँ विद्यालय में चल रहे स्कूल गार्डन कार्यक्रम के अंतर्गत उगाई गईं। इस अवसर पर स्कूल की प्रधान शिक्षिका प्रियंका कुमारी की देखरेख एवं मार्गदर्शन में बच्चों और शिक्षकों ने बैगन की तुड़ाई कर परियोजना की सफलता का जश्न मनाया।
विद्यालय के शिक्षक नागेंद्र प्रसाद ने बताया कि विद्यालय परिसर में छोटे-छोटे प्लॉट बनाकर बच्चों की सहभागिता से सब्जियों के पौधे लगाए गए थे। जिसमें बैगन, टमाटर, मिर्च, लौकी, भिंडी सहित कई मौसमी सब्जियों के पौधे लगाए गए हैं। इनमें से सबसे पहले बैगन की फसल तैयार हुई और इसकी तुड़ाई की गई। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य बच्चों को पर्यावरण संरक्षण, जैविक खेती और पोषण से जोड़ना है, ताकि वे सीखें कि भोजन कहाँ से आता है और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण कैसे किया जाए।
प्रधान शिक्षिका प्रियंका कुमारी ने बताया कि विद्यालय में पोषण अभियान के तहत बच्चों को संतुलित आहार और पोषण युक्त भोजन की जानकारी दी जाती है। स्कूल गार्डन इसी अभियान का विस्तार है, जिससे बच्चों को व्यावहारिक रूप से कृषि, बागवानी और पौधों की देखभाल का अनुभव मिलता है। उन्होंने बताया कि गार्डन में अधिकतर पौधे जैविक खाद और प्राकृतिक तरीकों से उगाए गए हैं। “बच्चे स्वयं बीज बोने से लेकर सिंचाई और निराई-गुड़ाई तक की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से हिस्सा लेते हैं। इससे उनमें जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है,” उन्होंने कहा।
शिक्षक नागेंद्र प्रसाद ने यह भी बताया कि विद्यालय के गार्डन में तैयार हुई सब्जियों का उपयोग मिड-डे मील योजना में भी किया जाएगा, ताकि बच्चों को ताजा और पौष्टिक आहार मिल सके। उन्होंने कहा कि इससे विद्यालय को आर्थिक रूप से भी मदद मिलेगी और बच्चों में स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
विद्यालय के छात्रों ने पहली तुड़ाई के दौरान उत्साह प्रकट करते हुए बताया कि पौधे लगाना और उनकी देखभाल करना उन्हें अत्यंत रोचक और ज्ञानवर्धक लगा। कई बच्चों ने कहा कि वे अब अपने घरों में भी पौधे लगाने के लिए उत्सुक हैं।
ग्रामवासियों ने विद्यालय की इस पहल की सराहना की और कहा कि इससे शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में कृषि संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण की भावना मजबूत होगी। उन्होंने अपेक्षा जताई कि आगे भी ऐसे नवाचारपूर्ण कार्यक्रम विद्यालय स्तर पर जारी रहेंगे।
विद्यालय प्रशासन ने बताया कि आगामी दिनों में गार्डन का विस्तार कर फूलों के पौधों, औषधीय पौधों और अन्य मौसमी फसलों को भी शामिल किया जाएगा।