डुमरांव. मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम सुरक्षित शनिवार अंतर्गत फरवरी माह के दूसरे शनिवार को प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में साप्ताहिक समय सारणी के अनुसार कुपोषण से खतरे, बचाव के बारे में जानकारी एवं माक ड्रिल कराया गया.
उर्दू प्राथमिक विद्यालय कोरान सराय के फोकल शिक्षक तबरेज आलम ने बताया कि कुपोषण तब होता है, जब शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते. इसके कारणों में आहार की कमी, पाचन की अवस्थाएं या कोई अन्य रोग शामिल हैं.
एचएम इंद्रेश कुमार मिश्र ने बताया कि लक्षणों में थकान, चक्कर आना, और वज़न घटना शामिल हैं. कुपोषण का उपचार न किए जाने पर यह शारीरिक या मानसिक विकलांगता का कारण बन सकता है. बीपीएससी शिक्षक रवि रंजन भारती ने बताया कि कुपोषण के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं,
लेकिन उनमें अक्सर वज़न कम होना, भूख में कमी, थकान और चिड़चिड़ापन शामिल होता है. कुपोषण के अन्य लक्षणों में मांसपेशियों में कमज़ोरी, थकान और संक्रमण के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि शामिल है. मौके पर बाल संसद में सोनी कुमारी, रोहित कुमार, डिंपल कुमारी, इंदल कुमार, लक्कू कुमार, सरोज कुमार आदि ने माक ड्रिल में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.