टीम शिक्षकों ने घर–घर जाकर बच्चों और अभिभावकों से की मुलाकात
विभूतिपुर (समस्तीपुर)। शिक्षा विभाग के दिशा–निर्देश के तहत प्लस टू जगतारिणी उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खम्हार, विभूतिपुर में सोमवार से 7 दिवसीय “बच्चों को स्कूल से जोड़ो” अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान का उद्देश्य उन बच्चों को स्कूल की मुख्यधारा से जोड़ना है जो किसी कारणवश नियमित रूप से विद्यालय नहीं आते, जिनका नामांकन अब तक नहीं हुआ है या जो बाल श्रम में लगे हुए हैं।
इस अभियान के पहले दिन विद्यालय के शिक्षक सुरेश कुमार और शिक्षिका श्रीमती सुमन सौरभ के नेतृत्व में शिक्षकों की एक टीम ने विद्यालय के पोषक क्षेत्र में भ्रमण किया। टीम ने अभिभावकों और बच्चों से मुलाकात कर उन्हें शिक्षा के महत्व और स्कूल आने की आवश्यकता के बारे में समझाया। शिक्षकों की प्रेरक बातचीत और स्नेहपूर्ण संवाद से बच्चों और अभिभावकों में जागरूकता आई और कई बच्चों ने नियमित रूप से विद्यालय आने का आश्वासन दिया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या आरती आनंद ने कहा कि “विद्यालय प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि क्षेत्र का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। सात दिनों तक चलने वाले इस विशेष अभियान से निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।”
विज्ञान शिक्षक सुरेश कुमार ने बताया कि “शिक्षा ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर न रहे।” गणित शिक्षक मनोज कुमार ने कहा कि “हमारा लक्ष्य है सौ प्रतिशत नामांकन और उपस्थिति सुनिश्चित करना। इसके लिए हम व्यक्तिगत रूप से हर परिवार तक पहुँच रहे हैं।”
संगीत शिक्षिका श्रीमती सुमन सौरभ ने बताया कि “बच्चों में सीखने की स्वाभाविक जिज्ञासा होती है, बस उन्हें सही दिशा और प्रोत्साहन की ज़रूरत है। अभियान के पहले ही दिन हमें बहुत ही पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला है।” वहीं शिक्षक राजीव कुमार ने कहा कि “टीम भावना और समर्पण से ही यह अभियान सफल होगा। हर शिक्षक ने इसे एक मिशन की तरह लिया है।”
अभियान में शिक्षकों की टीम — सुरेश कुमार, मनोज कुमार, सुमन सौरभ, भारती कुमारी, राजीव कुमार, राहुल कुमार, महेंद्र कुमार, रमेंद्र कुमार, रौशन कुमार, दिनेश दास आदि ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
विद्यालय परिवार का मानना है कि यह पहल ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और छात्र–छात्राओं की विद्यालय से पुनः जुड़ाव की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित होगी।



