कैम्ब्रिज स्कूल डुमराँव में कला एवं विज्ञान मेला : बच्चों की वैज्ञानिक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन

डुमराँव। कैम्ब्रिज स्कूल डुमराँव में शनिवार, 23 अगस्त 2025 को आयोजित कला एवं विज्ञान मेला बच्चों की अद्भुत प्रतिभा, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और कलात्मक सृजनशीलता का साक्षी बना। इस मेले का शुभारंभ विद्यालय चेयरमैन एवं प्रधानाध्यापक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कल्पना ही ज्ञान से अधिक शक्तिशाली है” – विद्यालय चेयरमैन
इस अवसर पर विद्यालय चेयरमैन श्री टी.एन. चौबे ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कल्पना ज्ञान से अधिक शक्तिशाली है और मानव जीवन ही प्रयोगशाला है। हर नया प्रयोग पहले कल्पना में जन्म लेता है और फिर उसे धरातल पर उतारा जाता है। मुझे खुशी है कि कैम्ब्रिज स्कूल डुमराँव के बच्चों ने अपनी वैज्ञानिक कल्पनाशीलता और मेहनत को शानदार प्रोजेक्ट्स और मॉडल्स के माध्यम से साकार किया है।”
उन्होंने बच्चों द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट्स का गहन निरीक्षण किया और उनसे प्रश्न पूछकर उनकी समझ और रचनात्मकता की सराहना की।
छोटे बच्चों की अद्भुत प्रस्तुति
नर्सरी से लेकर कक्षा 6 तक के बच्चों ने मिट्टी, पेपर और थर्मोकोल की मदद से फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स मॉडल, फाइव टाइप्स ऑफ फ्लॉवर, स्मार्ट ग्लास फॉर ब्लाइंड पीपल, स्मार्ट सिटी, हाइड्रोलिक ब्रिज, वाटरफॉल जैसे रचनात्मक और उपयोगी मॉडल बनाए। इन छोटे बच्चों की जिज्ञासा और कल्पना ने आगंतुकों को प्रभावित किया।
माध्यमिक वर्ग की वैज्ञानिक सोच
कक्षा 7 से 9 तक के विद्यार्थियों ने विज्ञान के गहन विषयों को अपने मॉडल्स में उतारा। वेल्डिंग मशीन, फायर एक्सटिंग्विशर, हाइड्रोलिक क्रेन, पॉल्यूशन कंट्रोल सिस्टम, एनर्जी एफिशिएंट स्मार्ट सिटी, ट्रेन एक्सीडेंट प्रिवेंशन सिस्टम, लेजर लाइट सिक्योरिटी सिस्टम, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और मैकेनिक ट्री जैसे मॉडल्स ने बच्चों की नवाचार क्षमता को उजागर किया।
वरिष्ठ छात्रों के इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स
कक्षा 9 से 11 के विद्यार्थियों ने तकनीकी और उच्चस्तरीय प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए। इनमें एयर पॉल्यूशन कंट्रोल, वर्किंग ऑफ ह्यूमन हार्ट, ड्रोन, टेस्ला कॉइल, रेस्क्यू बोट, इलेक्ट्रोलिसिस, हाइड्रोइलेक्ट्रिक जनरेटर, ऑटोमैटिक इरिगेशन सिस्टम, रोबोटिक आर्म, वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, हाइपरलूप ट्रेन, मॉडल चंद्रयान–III और स्टॉक मार्केट मॉडल शामिल थे। इन प्रोजेक्ट्स ने छात्रों की तकनीकी समझ और भविष्य की चुनौतियों के समाधान की दिशा में सोच को दर्शाया।
कला प्रदर्शनी ने मोहा मन
विज्ञान मॉडल्स के साथ ही बच्चों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा भी प्रदर्शित की। हनुमान की 3–D छवि, दुर्गा माता की पेंसिल वर्क, राधा–कृष्ण की पेंटिंग, वॉटरफॉल्स, लैंडस्केप, कार्टून कैरेक्टर्स, सुपर हीरोज़ और एनिमे कैरेक्टर जैसी सैकड़ों कलाकृतियों ने मेले को जीवंत बना दिया।
छात्रों की व्यापक भागीदारी
इस मेले में अंशिका कुमारी, शिक्षा कुमारी, आशी कुमारी, शिवन्या कुमारी, प्रिया यादव, आरोही यादव, अंशिका ऋतुराज, समर कुमार, धीरज कुमार, उज्ज्वल रंजन, आदित्य कुमार यादव, अभिषेक कुमार, आकाश श्रीवास्तव, पीयूष कुमार, श्रेया कुमारी, सुरक्षा यादव, श्रेयांश तिवारी, दिव्यांशु कुमार, उत्कर्ष राय सहित सैकड़ों छात्रों ने हिस्सा लिया और अपनी-अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
शिक्षकों का विशेष योगदान
विज्ञान मेले की सफलता में शिक्षकों का बड़ा योगदान रहा। इसमें एन.के. पांडेय, प्रिंस कुमार, विवेक कुमार, शोभनाथ तिवारी, सियाराम द्विवेदी, अजय कुमार ओझा, कंचन कुमारी, अनुप्रिया कुमारी आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही महिला शिक्षिकाओं सुश्री आरती, सुश्री मनीषा, श्रीमती रचना, सुश्री ऋषिका, सुश्री निवेदिता, श्रीमती श्वेता, सुश्री आकांक्षा, सुश्री सलोनी सिंह, सुश्री पल्लवी, सुश्री जेबा समेत दर्जनों शिक्षिकाओं ने आयोजन को सफल बनाया।
विद्यालय प्रधानाध्यापक ने शिक्षकों की मेहनत और समर्पण की सराहना करते हुए कहा यह मेला हमारी टीम की एकजुटता और बच्चों के प्रति समर्पण का परिणाम है। मुझे गर्व है कि हमारे छात्र भविष्य के वैज्ञानिक, इंजीनियर और कलाकार बनने की क्षमता रखते हैं।”
प्रतियोगिता परिणाम : विजेताओं का सम्मान
विज्ञान मेले में प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने बाजी मारी।
नर्सरी : प्रथम – दिव्यनशी एंड ग्रुप (फ्रूट्स विद क्ले), द्वितीय – आन्या कुमारी एंड ग्रुप (पेपर फ्लॉवर), तृतीय – पीयूष कुमार एंड ग्रुप (वेजिटेबल विद क्ले)
एल.के.जी. : प्रथम – शिवांश कुमार एंड ग्रुप (फ्रूट्स विद क्ले), द्वितीय – अयांश यादव (पेपर फ्लावर), तृतीय – आरुही कुमारी (वेजिटेबल विद क्ले)
कक्षा 1 से 6 : विभिन्न बच्चों ने हट एंड फ्लावर पॉट, सोलर सिस्टम, लेजर सिक्योरिटी, हाइड्रोलिक ब्रिज, वैक्यूम क्लीनर, स्मार्ट सिटी आदि प्रोजेक्ट्स में पुरस्कार प्राप्त किए।
ग्रुप ए (कक्षा 7, 8) : प्रथम – अराध्या वर्मा एंड ग्रुप (लेजर सिक्योरिटी सिस्टम), अमृत मिश्रा एंड ग्रुप (एयर पॉल्यूशन कंट्रोल)
ग्रुप बी (कक्षा 9–12) : प्रथम – आयुषी राज एंड ग्रुप (ऑटोमैटिक इरिगेशन सिस्टम), प्रतीक्षा सिंह एंड ग्रुप (अर्थक्वेक डिटेक्टर)
बच्चों की मेहनत और भविष्य की दिशा
मेले में आए अभिभावकों ने बच्चों की प्रतिभा को देखकर प्रसन्नता जाहिर की और विद्यालय द्वारा अपनाए गए “करो और सीखो” (Learning by Doing) प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ बच्चों की सोच, आत्मविश्वास और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को मजबूत करती हैं।
कैम्ब्रिज स्कूल डुमराँव का यह कला एवं विज्ञान मेला न केवल एक विद्यालयीय कार्यक्रम था, बल्कि बच्चों के रचनात्मक सपनों, वैज्ञानिक सोच और कलात्मक प्रतिभा का जीवंत मंच भी बना। इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि अगर बच्चों को सही दिशा और अवसर दिया जाए तो वे भविष्य की चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करने में सक्षम हैं।



