नई दिल्ली। एनसीयूआई ऑडिटोरियम एंड कन्वेंशन सेंटर, अगस्त क्रांति मार्ग में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन (कलाम हाउस, रामेश्वरम) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘स्पेस मिशन–2025’ का भव्य शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के ग्रैंड नेफ्यू डॉ. ए.पी.जे.एम. शेख सलीम ने किया।
इस अवसर पर देशभर से आए वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों और छात्रों ने भाग लिया। उद्घाटन सत्र में डॉ. शेख सलीम ने कहा कि “स्पेस मिशन–2025” केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि डॉ. कलाम के ‘युवा भारत–सशक्त भारत’ के स्वप्न को साकार करने की दिशा में एक सशक्त कदम है। उन्होंने कहा कि यह मंच विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत के युवाओं को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करेगा।
यह तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यक्रम 13 से 15 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। आयोजन में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिक, देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर और देशभर से आए 1000 से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए हैं। विद्यार्थियों ने अपने नवाचार प्रोजेक्ट, अनुसंधान कार्य और STEM मॉडल प्रदर्शित किए।
कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि दिल्ली, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात, भोपाल, उत्तराखंड, महाराष्ट्र समेत देश के विभिन्न राज्यों से छात्र-छात्राएं और शिक्षक-शिक्षिकाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर डॉ. कलाम के वैज्ञानिक दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
आयोजन के संचालन का दायित्व प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ. अंजलि चिंचोलिकर ने संभाला। उन्होंने अपनी उत्कृष्ट मंच-संचालन शैली और प्रेरक संवाद के माध्यम से कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।
इस संगोष्ठी में विज्ञान, अंतरिक्ष अनुसंधान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नवीकरणीय ऊर्जा, और एयरोस्पेस इनोवेशन पर विभिन्न सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। विशेषज्ञों ने छात्रों को बताया कि भारत आने वाले वर्षों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर है।
कार्यक्रम के समापन दिवस 15 अक्टूबर, जो कि डॉ. कलाम की 94वीं जयंती है, पर विशेष सत्र आयोजित होगा। इस दिन दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मुख्य अतिथि होंगी। उनके साथ केंद्रीय मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, निखिल खडसे (राज्य मंत्री, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय) तथा दिल्ली के शिक्षा मंत्री अशिष सूद भी उपस्थित रहेंगे। ये सभी नेता छात्रों से संवाद कर उन्हें विज्ञान, अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
आयोजकों के अनुसार, “स्पेस मिशन–2025” कार्यक्रम का उद्देश्य युवा वैज्ञानिकों में शोध की भावना जगाना और विज्ञान को राष्ट्र निर्माण के केंद्र में स्थापित करना है। इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन में भी कार्यक्रम आयोजित होगा, जहाँ माननीय राष्ट्रपति द्वारा डॉ. कलाम के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।
आयोजकों ने कहा, “यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आंदोलन है जो डॉ. कलाम की उस विचारधारा को जीवित रखता है जिसमें उन्होंने कहा था — ‘महान सपने देखने वालों के महान सपने ही साकार होते हैं।’”
इस तीन दिवसीय संगोष्ठी ने देश के युवाओं को यह संदेश दिया कि भारत का भविष्य विज्ञान, नवाचार और युवा नेतृत्व के हाथों में सुरक्षित है।

