रोहतास/बक्सर। शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में निरंतर प्रगति कर रहा रोहतास जिला एक बार फिर अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों के कारण चर्चा में है। राज्य में साक्षरता दर के मामले में अग्रणी स्थान हासिल करने वाले इस जिले ने अब अपनी शैक्षणिक नवाचारों और सफल प्रयासों को एक डिजिटल पहचान देने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। जिले की शिक्षा, प्रशिक्षण और नवाचार से जुड़ी गतिविधियों को व्यापक स्तर तक पहुँचाने के उद्देश्य से तैयार की गई ई-मैगजीन “ज्ञानदा – उन्नति के पंख” का बुधवार को जिला शिक्षा कार्यालय, सासाराम में विधिवत लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर आयोजित गरिमामयी समारोह में जिले के शिक्षा विभाग से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया। ई-मैगजीन का संयुक्त रूप से लोकार्पण जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) निशांत गुंजन, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान) रोहित रौशन तथा पत्रिका की प्रधान संपादिका व प्रधान शिक्षिका नंदिनी कुमारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सलाहकार संपादक मंडल के सदस्य, शिक्षक-शिक्षिकाएं और शिक्षा कर्मी भी उपस्थित रहे।
प्रधान संपादिका नंदिनी कुमारी ने कहा कि यह पत्रिका जिले के हर शिक्षक, छात्र और शिक्षा कर्मी की सहभागिता से तैयार की गई है। उन्होंने विशेष रूप से डीईओ और डीपीओ निशांत व रौशन सर का आभार व्यक्त किया, जिनका मार्गदर्शन हर पहलू पर मिला। उनका कहना था कि इसका उद्देश्य केवल उपलब्धियों का प्रचार नहीं, बल्कि शिक्षण कार्यों में नवाचार को बढ़ावा देना और सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण का निर्माण करना है।
डीपीओ निशांत गुंजन ने कहा कि रोहतास जिले की पहचान अब केवल बेहतर साक्षरता दर तक सीमित नहीं है, बल्कि यहाँ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण, डिजिटल संसाधनों के उपयोग और विद्यार्थियों की रचनात्मकता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। “ज्ञानदा” इन सभी प्रयासों को एक साझा मंच देने का कार्य करेगी। वहीं रोहित रौशन ने इसे शिक्षकों और विद्यार्थियों के कार्य को सम्मान देने वाली पहल बताया।
समारोह के दौरान उपस्थित शिक्षकों और अधिकारियों ने ई-मैगजीन की सराहना करते हुए इसे डिजिटल युग में शिक्षा के प्रचार-प्रसार का सशक्त माध्यम बताया। सभी ने एक स्वर में यह विश्वास जताया कि “ज्ञानदा – उन्नति के पंख” रोहतास जिले की शिक्षा को नई पहचान देने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक साबित होगी।
इस प्रकार, रोहतास जिला एक बार फिर यह सिद्ध करने में सफल रहा कि सकारात्मक सोच, टीम वर्क, नवाचार और प्रेरणादायी नेतृत्व के बल पर शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है।
