विश्व आदिवासी दिवस पर अरेराज अनुमंडल में हुआ भव्य समारोह

पौधारोपण कर जल, जंगल और जमीन संरक्षण का संदेश
अरेराज (पूर्वी चंपारण)। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर अरेराज अनुमंडल के वार्ड संख्या 9 में ओमप्रकाश गोंड के आवास पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आदिवासी समाज के लोगों ने पारंपरिक तरीके से उत्सव मनाते हुए अपनी संस्कृति और विरासत को संजोने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के उपरांत पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक पहल करते हुए विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण किया गया।
कई स्थानों पर हुआ पौधारोपण
समारोह के बाद निकटवर्ती हरसिद्धि प्रखंड के कृतपुर, पहाड़पुर के बवरिया और अरेराज वार्ड नंबर 9 में सामूहिक रूप से पौधारोपण किया गया। पौधे लगाने के दौरान लोगों ने जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा का संदेश दिया। इस पहल का उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वातावरण और प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर जीवन प्रदान करना है।
ओमप्रकाश गोंड ने दी प्रेरणादायक सीख
मौके पर मुख्य वक्ता ओमप्रकाश गोंड ने कहा कि जल, जंगल और जमीन आदिवासी समाज की जीवन रेखा है। यह न केवल आदिवासी समुदाय के लिए बल्कि संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं बल्कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।
समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों की रही सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम में क्षेत्र के कई समाजसेवी, शिक्षक और ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रमुख रूप से मुमताज अंसारी (शिक्षक), मुकेश कुमार गोंड, बच्चालाल साह गोंड, भूषण कुमार, डॉ. इम्तियाज, रामनरेश राम (प्रधान शिक्षक), हीरालाल गोंड, छोटी कुमार, रामदुलारी गोंड, शहनाज खातून, प्रदीप कुमार और टुनटुन जी मौजूद रहे। दर्जनों की संख्या में ग्रामीण एवं समाजसेवियों ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सांस्कृतिक पहचान और पर्यावरण सुरक्षा का मिला संदेश
विश्व आदिवासी दिवस के इस अवसर पर जहां एक ओर आदिवासी समाज की सांस्कृतिक पहचान, परंपराओं और विरासत को सम्मान देने का संदेश दिया गया, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्षारोपण जैसी ठोस पहल भी की गई। कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि आधुनिक समय में भी पारंपरिक ज्ञान और प्रकृति के प्रति आदर का महत्व कम नहीं हुआ है।
कार्यक्रम का समापन पौधों की देखभाल और पर्यावरण संरक्षण के लिए जनजागरण की प्रतिज्ञा के साथ हुआ। उपस्थित लोगों ने यह वादा किया कि लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल कर उन्हें हरा-भरा बनाएंगे, ताकि आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र हरियाली और स्वच्छ वातावरण का उदाहरण बने।
