डुमरांव : दीपावली उत्तरी गोलार्ध की शरद ऋतु में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक पौराणिक उत्सव है। यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। आध्यात्मिक रूप से यह ‘अन्धकार पर प्रकाश की विजय’ को दर्शाता है।
दीपावाली से पूर्व योग प्रशिक्षण डॉ संजय कुमार सिंह ने लोगो को दीप के ओर मोमबत्ती का ही अधिक से अधिक प्रयोग करे,ताकि हमारा पर्यावरण शुद्ध अनुकूल रह सके। शनिवार को स्टेशन रोड,पुराना धर्मशाला, अपकारी गली सहित अन्य स्थानों पर लोगों देशी वस्तुओं का प्रयोग पर जोर दिया ताकि लोगों को अधिक से अधिक रोजगार भी मिल सके।
साथ साथ बताया कि दीपावली पर घर में दीप जलाना शुभ माना जाता है। इसके लिए मंदिर, घर के मुख्य द्वार, रसोई और तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं। दीपक जलाने के लिए सरसों के तेल या घी का उपयोग करें, और इन्हें विषम संख्या में जलाएं (जैसे 5, 7, 9)। एक दीपक से दूसरा दीपक न जलाएं और दीपक को फूंक मारकर न बुझाएं।
कहाँ-कहाँ दीपक जलाएं
मंदिर : पूजा शुरू करते समय सबसे पहले मंदिर में दीपक जलाएं।
मुख्य द्वार: सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश के लिए घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं, ध्यान रहे कि दीपक की लौ अंदर की ओर हो।
रसोई वास्तु के अनुसार, रसोई के दक्षिण-पूर्व कोने में दीपक रखने से स्वास्थ्य और भोजन की प्रचुरता सुनिश्चित होती है।
तुलसी का पौधा : तुलसी के पास दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और सुख-शांति बनी रहती है।
लिविंग रूम : घर के लिविंग रूम में भी दीपक जलाएं।
दीपक जलाने के नियम
दिशा दीपक को हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके जलाना शुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) दीपक जलाने के लिए सबसे उत्तम है। संख्या दीपक की संख्या विषम में होनी चाहिए, जैसे 5, 7, 9, 11, 21, 51 या 108।
तेल/घी : दीपक जलाने के लिए सरसों के तेल या घी का उपयोग करना शुभ माना जाता है।
एक दीपक से दूसरा न जलाएं : एक दीपक से दूसरे दीपक को जलाने की बजाय उन्हें अलग-अलग करके जलाना चाहिए, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। बुझाना पूजा के दौरान दीपक को हाथ से या फूंक मारकर नहीं बुझाना चाहिए। इसे माता लक्ष्मी का अनादर माना जाता है। मौके पर नेहरू युवा विकास समिति,शांति महिला विकास समिति, विकास फैमिली क्लब सहित रघुबर सिंह, आशीष खरवार, प्रभाकर मिश्रा, लीलावती देवी, रीता देवी, सोनी सिंह, राजकुमार सिंह, प्यारे चंदन, प्रिंस ठाकुर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।