वार्ड पार्षद ने उठाया कंकड़बाग शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शौचालय बनवाने की जिम्मेदारी
प्रतिदिन 95-100 मरीज लेते हैं केंद्र में ओ.पी.डी. सेवा का लाभ
शौचालय की जरुरत को देखते हुए लिया निर्णय- कुमार संजीव
पटना– जनप्रतिनिधि लोगों की आवाज होते हैं और उनकी पहल पर बदलाव संभव होता है. कुछ ऐसी ही तस्वीर कंकड़बाग शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बदलने वाली है. ज्ञात हो कि कंकड़बाग शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहर के वार्ड संख्या 29, 30 एवं 35 की आबादी को चिकित्सीय सेवा प्रदान करता है. यहाँ प्रतिदिन करीब 95-100 मरीज आते हैं और अक्सर यहाँ मरीजों की भीड़ नजर आती है.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, मेडिकल ऑफिसर, डाटा ऑपरेटर, एएनएम सहित कई स्वास्थ्य अधिकारी एवं स्वास्थ्यकर्मी केंद्र में कार्यरत हैं. इस केंद्र की विडंबना यह रही है कि यहाँ शौचालय की सुविधा लंबे समय से नहीं है जिससे मरीजों के साथ महिला चिकित्सक एवं अन्य महिला स्वास्थ्यकर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
स्वयं जा कर जाना केंद्र का हाल- कुमार संजीव
वार्ड संख्या-34 के वार्ड पार्षद, कुमार संजीव ने बताया कि पीएसआई इंडिया की प्रतिनिधि द्वारा मुझे शौचालय की समस्या से अवगत कराया गया था. मैंने वहां जाकर देखा और अधिकारीयों से बातचीत करने के क्रम में मुझे शौचालय की जरुरत के बारे में बताया गया. मैं स्वयं शुगर का मरीज हूँ और मुझे कई बार शौचालय जाने की जरुरत पड़ती है.
केंद्र पर कई महिलाएं एवं लड़कियां उपचार के लिए आती हैं और उन्हें शौचालय के बिना दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र की महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने भी अपनी पीड़ा बताई. इसलिए मैंने निर्णय लिया कि केंद्र में शौचालय का निर्माण मैं करवाऊंगा जिससे सभी को राहत हो.
शुरू हो चुका है शौचालय का निर्माण
कंकड़बाग शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजकुमार चौधरी ने बताया कि पार्षद की पहल पर केंद्र में शौचालय का निर्माण शुरू हो चुका है और इसे जल्दी ही इसे पूरा करने की योजना है. इससे केंद्र में मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मरीजों की भी एक बड़ी समस्या का समाधान हो जायेगा. उन्होंने बताया कि इस स्वास्थ्य केंद्र से 72 आंगनवाड़ी केंद्र टैग हैं।
वहां केंद्र के माध्यम से नियमित टीकाकरण कराया जाता है. मरीजों की मिलने वाली सुविधाओं का विस्तार हो सके इसके लिए नियमित प्रयास किया जा रहा है. डॉ. चौधरी ने बताया कि केंद्र पर साल में औसतन 1200 प्रसव पूर्व जांच की जाती है एवं 900 अंतरा सुई, 1500 छाया गर्भनिरोधक गली, 1600 माला-एन एवं करीब 10,000 कंडोम की सेवा लाभार्थियों को प्रदान की जाती है.
ज्ञात हो कि पीएसआई इंडिया द्वारा आयोजित सिटी कोआर्डिनेशन कमिटी की बैठक में शौचालय एवं पेयजल की समस्या को रखा गया था एवं पटना नगर निगम के सिटी मेनेजर से अनुरोध किया गया था कि कंकड़बाग शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शौचालय एवं पेयजल की सुविधा के लिए संबंधित एजेंसी से समंवय में सहयोग करें.