मेडिकल कालेज व अनुमंडल कार्यालय का मुख्य मार्ग से सीधे संपर्क नहीं

पहुंचने वाले लोगों को होती है परेशानी, बाजार व गोला रोड में अक्सर लगता है जाम
डुमरांव. मेडिकल कालेज का निर्माण प्रारंभिक चरण में है. हरियाणा फार्म स्थित प्रस्तावित 25.38 एकड़ के भूखंड पर 515 करोड़ की लागत से यह कालेज निर्माणाधीन प्रक्रिया में हैं. हालांकि राज्य सरकार के भूमि आवंटन संबंधी दिक्कतों की वजह से कालेज का निर्माण कई वर्षो तक अधर में लटका रहा. अब जब निर्माण प्रक्रिया शुरू हो गई तो रास्ते की समस्या सामने आने लगी है.
निर्माण कार्य में प्रयुक्त वाहनों को आवागमन में काफी परेशानियां सामने आने लगी है. मेडिकल कालेज जहां बन रहा है, वहां पहले से कई सरकारी संस्थाएं संचालित है. लेकिन वहां आवागमन के लिए या तो मुख्य बाजार के रास्ते जाम से जूझते हुए जाना पड़ता है या कई किलोमीटर के लंबे व वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेना पड़ता है. यह मार्ग भी काफी संकीर्ण एवं ग्रामीण इलाकों से होकर गुजरती है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि मेडिकल कालेज को कहीं शहर के बाहर से वैकल्पिक मार्ग तैयार कर इसे एनएच 922 बक्सर-पटना हाइवे और एनएच 120 डुमरांव-बिक्रमगंज मार्ग से जोड़ना चाहिए. इससे कई फायदे होंगे. मेडिकल कालेज में इलाज कराने आए मरीजों को बाजार व गोला रोड के मुख्य जाम से जूझना नही पड़ेगा.
फिलहाल हरियाणा फार्म तक पहुंचने के लिए गोला रोड से गुजरना पड़ता है, जो जाम का भी मुख्य केंद्र बिंदु है. एनएच या हाइवे से से यह नहीं जूड़ता है तो स्थानीय के साथ-साथ सुदूर क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. स्थानीय लोगांें को कहना है कि अगर डुमरांव-विक्रमगंज पथ स्थित डुमरेजनी गेट से होकर मां डुमरेजनी मंदिर होते हुए कांव नदी पार कर सीधे बीएमपी,
कृषि कालेज का अनुसंसाधन केंद्र सहित मेडिकल कालेज, अनुमंडल अस्पताल, अनुमंडल कार्यालय, पशुपालन विभाग कार्यालय व विद्यालय, व्यवहार न्यायालय लोग सुलभ तरीके से पहुंच सकते है. ऐसे अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्र के लोग अलग-अलग मार्गो से लंबी दूरी तय कर पहुंचते है.