BREAKING NEWS
जिला स्तरीय युवा उत्सव–2025 एवं विज्ञान मेला का भव्य शुभारंभ11 दिसंबर 2025 को पूरे धूमधाम से मनाया जाएगा सीतामढ़ी जिला स्थापना दिवसटी-10 टेनिस बॉल क्रिकेट में बिहार की ऐतिहासिक जीत, भोजपुर की बेटियों ने फाइनल में दिलाया खिताबविश्व एड्स दिवस पर उच्च माध्यमिक विद्यालय धवरी में विद्यार्थियों ने चलाया जन-जागरूकता अभियानविश्व दिव्यांगता दिवस प्रतियोगिता में खरारी बालक विद्यालय के छात्रों का परचमप्रधान शिक्षक धीरज कुमार की अनूठी पहल : अपने वेतन से बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए निःशुल्क टाई-बेल्ट का वितरणमुख्यमंत्री ने विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला-2025 का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देशमिशन निपुण बिहार के तहत पूर्णिया के दो शिक्षक बने निपुण शिक्षक, पटना में हुआ सम्मानबच्चों की बुनियादी साक्षरता व संख्यात्मक ज्ञान को मजबूत करने के लिए अभिभावकों को किया गया जागरूकमधुबनी : मध्य विद्यालय मलमल में निपुण बिहार कार्यक्रम पर अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी का आयोजनमाहवारी स्वच्छता : स्वास्थ्य, शिक्षा और आत्मविश्वास की मजबूत नींवबाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता की मिसाल बना मध्य विद्यालय मलमलनवसृजित प्राथमिक विद्यालय डीहटोल इनाई में छात्रों को मिला एफएलएन किट, शिक्षा को मिलेगी नई गतिरोहतास की शिक्षा को नई उड़ान“ज्ञानदा – उन्नति के पंख” ई-मैगजीन का भव्य लोकार्पण, जिले की शैक्षणिक उपलब्धियों को मिलेगा डिजिटल मंचडुमरांव में आगामी 28 दिसंबर एक दिवसीय सेमिनार सह शाहाबाद शिक्षक सम्मान–2025 की तैयारी शुरू
No menu items available
BREAKING
जिला स्तरीय युवा उत्सव–2025 एवं विज्ञान मेला का भव्य शुभारंभ11 दिसंबर 2025 को पूरे धूमधाम से मनाया जाएगा सीतामढ़ी जिला स्थापना दिवसटी-10 टेनिस बॉल क्रिकेट में बिहार की ऐतिहासिक जीत, भोजपुर की बेटियों ने फाइनल में दिलाया खिताबविश्व एड्स दिवस पर उच्च माध्यमिक विद्यालय धवरी में विद्यार्थियों ने चलाया जन-जागरूकता अभियानविश्व दिव्यांगता दिवस प्रतियोगिता में खरारी बालक विद्यालय के छात्रों का परचमप्रधान शिक्षक धीरज कुमार की अनूठी पहल : अपने वेतन से बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए निःशुल्क टाई-बेल्ट का वितरणमुख्यमंत्री ने विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला-2025 का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देशमिशन निपुण बिहार के तहत पूर्णिया के दो शिक्षक बने निपुण शिक्षक, पटना में हुआ सम्मानबच्चों की बुनियादी साक्षरता व संख्यात्मक ज्ञान को मजबूत करने के लिए अभिभावकों को किया गया जागरूकमधुबनी : मध्य विद्यालय मलमल में निपुण बिहार कार्यक्रम पर अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी का आयोजनमाहवारी स्वच्छता : स्वास्थ्य, शिक्षा और आत्मविश्वास की मजबूत नींवबाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता की मिसाल बना मध्य विद्यालय मलमल

सभी मेन्यू देखें

Select City

लेटेस्ट अपडेट्स

जिला स्तरीय युवा उत्सव–2025 एवं विज्ञान मेला का भव्य शुभारंभ
1 day ago
11 दिसंबर 2025 को पूरे धूमधाम से मनाया जाएगा सीतामढ़ी जिला स्थापना दिवस
1 day ago
टी-10 टेनिस बॉल क्रिकेट में बिहार की ऐतिहासिक जीत, भोजपुर की बेटियों ने फाइनल में दिलाया खिताब
2 days ago
विश्व एड्स दिवस पर उच्च माध्यमिक विद्यालय धवरी में विद्यार्थियों ने चलाया जन-जागरूकता अभियान
3 days ago
विश्व दिव्यांगता दिवस प्रतियोगिता में खरारी बालक विद्यालय के छात्रों का परचम
3 days ago
Advertisement

बेतिया – टीबी  से लड़ाई जीतने के लिए मजबूत दिमाग और दृढ इच्छाशक्ति जरूरी : डॉ सुमित 

टीबी संक्रमित माँ भी करा सकती है स्तनपान, कुपोषित व्यक्तियों में टीबी होने की संभावना अधिक बेतिया। टीबी एक संक्रामक...

टीबी संक्रमित माँ भी करा सकती है स्तनपान, कुपोषित व्यक्तियों में टीबी होने की संभावना अधिक

बेतिया। टीबी एक संक्रामक बीमारी है। यह गंभीर होने पर जानलेवा भी हो सकता है। टीबी होने पर दिमाग को मजबूत रखकर यानी दृढ़ इच्छाशक्ति से इस बीमारी को हरा सकते हैं। ये बातें अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरिसवा के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुमित कुमार ने केयर एवं सपोर्ट ग्रुप की मासिक बैठक में कहीं। डॉ सुमित ने कहा कि टीबी लाइलाज नहीं है, लेकिन इलाज न करवाने की सूरत में यह जानलेवा हो सकता। इसका इलाज अमूमन छह महीने तक सही दवाओं के सेवन से किया जा सकता है। शरीर के किसी भी हिस्से में नाखून और बाल को छोड़कर टीबी हो सकता है। 

स्तनपान से नहीं फैलता टीबी

चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुमित कुमार ने कहा कि अगर छोटे बच्चे की मां को टीबी हो जाए तो उस स्थिति में कई बार परिवार के लोग बच्चे को मां से दूर कर देते हैं। बच्चे को  मां का दूध नहीं पीने देते हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि स्तनपान से टीबी नहीं फैलता है। ड्रग सेंसिटिव टीबी का इलाज 6 से 9 महीने और ड्रग रेजिस्टेंट का 2 साल या अधिक तक चल सकता है।

टीबी के इलाज के दौरान प्रोटीनरीच डाइट खाना महत्वपूर्ण है। स्थानीय सब्जी, फल और दाल लेना आवश्यक है। वहीं फार्मासिस्ट मो. जिकरूलाह ने बताया कि उन व्यस्कों में टीबी जल्दी फैलता है जो कुपोषण के शिकार होते हैं। क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसलिए उपचार के दौरान खानपान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

उनके भोजन में पत्तेदार सब्जियां, विटामिन डी और आयरन के सप्लीमेंट्स, साबुत अनाज और असंतृप्ति वसा होना चाहिए। भोजन टीबी के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अनुपयुक्त भोजन से उपचार असफल हो सकता और दुबारा संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए अपनी सेहत का ख्याल रखें और नियमित रूप से अपनी शारीरिक जांच कराते रहें। 

न छोडें इलाज के बीच टीबी की दवा

केएचपीटी के सामुदायिक समन्यवक डॉ घनश्याम ने बताया कि टीबी का इलाज शुरू होने के बाद उसे बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। उन्होंने बताया कि कई बार लोग टीबी की जांच कराने में संकोच करते हैं। अगर वजन कम हो रहा और खांसी नहीं रुक रही है तो समय पर टीबी की जांच कराएं और बीमारी होने पर तुरंत दवाई लेना शुरू कर दें।

सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर मुफ्त जाँच व इलाज होता है। इस अवसर पर टीबी चैंपियन मोहम्मद रहमान ने भी अपने अनुभवों को साझा किया। मौके पर फार्मासिस्ट मोहम्मद जिकरुल्लाह, एएनएम सुनीला कुमार सहित दर्जनों टीबी मरीज एवं उनके देखभाल करने वाले उपस्थित रहे।

अभय कुमार

Author at DUMRAON NEWS EXPRESS

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top