रूनीसैदपुर में गणित व विज्ञान शिक्षकों को पीबीएल प्रशिक्षण, माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट की मिली

सीतामढ़ी से ए अन्नु की रिपोर्ट…
रूनीसैदपुर। प्रखंड संसाधन केंद्र, रूनीसैदपुर स्थित सभागार में गुरुवार को चयनित गणित व विज्ञान विषय के शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए पीबीएल (प्रोजेक्ट लर्निंग बेस्ड) प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का संचालन प्रशिक्षक अभिषेक कुमार वर्मा द्वारा किया गया, जिसमें प्रतिभागी शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण पद्धतियों, शिक्षण कौशल विकास और विद्यार्थियों की रचनात्मकता बढ़ाने के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक वर्मा ने ‘प्रॉब्लम बेस्ड लर्निंग’ की अवधारणा, उसके महत्व और कक्षा में इसके प्रभावी प्रयोग पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि पीबीएल के माध्यम से छात्रों को केवल पाठ्यक्रम आधारित ज्ञान ही नहीं, बल्कि समस्या समाधान, आलोचनात्मक सोच और टीम वर्क की भी समझ विकसित होती है। इस पद्धति में विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन की परिस्थितियों से जुड़े प्रश्न दिए जाते हैं, जिनका समाधान वे स्वयं खोजते हैं। इससे उनकी विषय के प्रति रुचि और समझ दोनों में वृद्धि होती है।
कार्यक्रम में ‘माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट’ की भी विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अंतर्गत शिक्षकों को छोटे-छोटे नवाचारों के माध्यम से अपनी शिक्षण शैली में सुधार लाने की प्रेरणा दी गई। प्रशिक्षक ने बताया कि ऐसे प्रोजेक्ट शिक्षक और छात्र के बीच संवाद बढ़ाने, सीखने की गति को सहज बनाने और कठिन विषयों को सरल तरीके से समझाने में मददगार साबित होते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि किस तरह किसी गणितीय सूत्र को खेल, चार्ट या प्रैक्टिकल गतिविधियों के माध्यम से आसानी से सिखाया जा सकता है।
इस अवसर पर प्रशिक्षण में शामिल शिक्षकों ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि पीबीएल पद्धति से विद्यार्थियों में सीखने की ललक बढ़ती है। प्रतिभागियों ने माना कि यह प्रशिक्षण उनके लिए उपयोगी और प्रेरणादायक है, जिससे वे आने वाले सत्र में छात्रों को और बेहतर तरीके से पढ़ा पाएंगे।कार्यक्रम में गणित और विज्ञान के चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं की सक्रिय भागीदारी रही। प्रशिक्षण के अंत में प्रशिक्षक ने सभी से आग्रह किया कि वे अपने विद्यालयों में पीबीएल पद्धति को अपनाएं और माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट को लागू कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाएं।
इस मौके पर प्रखंड संसाधन केंद्र के कर्मी एवं संबंधित शिक्षा अधिकारियों ने भी कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित होने चाहिए, ताकि शिक्षकों की विषयगत दक्षता और शिक्षण कौशल में लगातार सुधार होता रहे।रूनीसैदपुर में आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल शिक्षकों के लिए एक सीखने का मंच बना, बल्कि शिक्षा पद्धति में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ।
