शिक्षा विभाग की पहल पर सभी 38 जिलों के प्रतिनिधियों ने की सहभागिता
पटना। राज्य शिक्षा विभाग द्वारा प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (PBL) कार्यक्रम के अंतर्गत पटना में दो दिवसीय कार्यशाला एवं समीक्षा बैठक का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में बिहार के सभी 38 जिलों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण प्रक्रिया को सुदृढ़ बनाना और विद्यार्थियों में नवाचार, समस्या समाधान क्षमता एवं रचनात्मकता को बढ़ावा देना था।
प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग : छात्रों में नवाचार की दिशा में एक कदम
इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों को विज्ञान और गणित विषयों से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य करने का अवसर दिया जा रहा है। पांच दिवसीय गतिविधि के रूप में यह कार्यक्रम छात्रों को प्रयोगात्मक ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। छात्र अपने-अपने प्रोजेक्ट पूरे करने के बाद उनके साक्ष्य दीक्षा ऐप या गूगल फॉर्म के माध्यम से अपलोड कर रहे हैं, जिससे विभागीय निगरानी और मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया है।
कार्यशाला में रोहतास जिले का उत्कृष्ट प्रदर्शन
इस राज्यस्तरीय कार्यशाला में रोहतास जिला का प्रदर्शन सराहनीय रहा। जिले की टीम ने न केवल तकनीकी दक्षता का प्रदर्शन किया, बल्कि छात्रों के प्रोजेक्ट कार्यों के निष्पादन और रिपोर्टिंग में भी उत्कृष्टता दिखाई। जिला शिक्षा समन्वयक (D.E.C.) श्री कृष्ण ने राम ने जिला प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया। उनके साथ तकनीकी टीम के सदस्य गजाला फातमा और जावेद अली भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला के दौरान रोहतास जिला को प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। जिला तकनीकी टीम की सदस्य गज़ाला फातमा ने बताया कि यह सम्मान पूरे रोहतास जिले के शिक्षकों, छात्रों और तकनीकी टीम के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने शिक्षण पद्धति में एक नई ऊर्जा और नवाचार का संचार किया है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने दी बधाई
रोहतास जिला को प्राप्त इस सम्मान पर जिला शिक्षा पदाधिकारी मदन राय एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) रोहित रौशन ने टीम को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि जिले की यह उपलब्धि पूरे बिहार के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को और प्रभावी रूप से विद्यालयों में लागू किया जाएगा, ताकि छात्र केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न रहें बल्कि जीवन से जुड़ी समस्याओं को हल करने की योग्यता भी विकसित करें।
कार्यशाला का निष्कर्ष : नवाचार आधारित शिक्षा ही भविष्य का मार्ग
दो दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि PBL कार्यक्रम शिक्षा में एक नया आयाम जोड़ रहा है। इससे शिक्षण प्रक्रिया अधिक व्यवहारिक, रचनात्मक और विद्यार्थीकेंद्रित बन रही है। प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने-अपने जिलों में लौटकर इस नवाचार को अधिकाधिक विद्यालयों में लागू करेंगेइस प्रकार, पटना में आयोजित यह कार्यशाला न केवल शिक्षकों और तकनीकी टीमों के लिए अनुभव साझा करने का माध्यम बनी, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि बिहार शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन की नई लहर अब परियोजना आधारित शिक्षण से होकर गुजरेगी।

