आरा। हिमाचल प्रदेश के मनाली में आयोजित टी-10 टेनिस बॉल क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अंडर-19 नेशनल चैंपियनशिप में बिहार महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल मुकाबला जीतकर खिताब अपने नाम कर लिया है। इस ऐतिहासिक जीत में भोजपुर जिले की पांच बेटियों की अहम भूमिका रही, जिनके जज्बे और मेहनत ने न केवल बिहार, बल्कि पूरे भोजपुर का मान बढ़ाया है। जिले में इस जीत के बाद खुशी और उत्साह का माहौल है।
बिहार महिला टीम के 14 सदस्यीय स्क्वाड में भोजपुर से चयनित खिलाड़ियों में सबा परवीन (छोटकी सनदिया, आरा), काजल कुमारी (मोती टोला, आरा), निशा कुमारी (बड़की सिंघी, आरा), रौशनी कुमारी (शिवगंज, आरा) और अंजली कुमारी (अबरपुल, आरा) शामिल हैं। इन सभी खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए टीम को फाइनल तक पहुंचाने में निर्णायक योगदान दिया। आज फाइनल मुकाबले में बिहार की टीम ने दमदार खेल दिखाते हुए जीत दर्ज की और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
इस जीत की सबसे खास बात यह रही कि भोजपुर की निशा कुमारी, जो आरा नगर स्थित पर्दा कन्या मध्य विद्यालय की सप्तम वर्ग की छात्रा हैं, उन्होंने इतनी कम उम्र में राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर जिले का नाम रोशन किया। पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली निशा कुमारी आज सैकड़ों छात्राओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। उनके विद्यालय, परिवार और शिक्षक इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
टीम प्रबंधन में भी भोजपुर की अहम भूमिका रही। निशा देवी (टीम मैनेजर, मोलाबाग, आरा) और कोमल कुमारी (टीम प्रबंधन, बेगमपुर, आरा) के कुशल मार्गदर्शन और प्रबंधन में खिलाड़ियों ने अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरकर जीत हासिल की। बिहार महिला टीम 26 नवंबर को मनाली के लिए रवाना हुई थी और 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक चले इस टूर्नामेंट में शुरुआत से ही टीम का प्रदर्शन शानदार रहा।
खिलाड़ियों ने बताया कि इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जिले के समाजसेवियों और संस्थाओं का उन्हें भरपूर सहयोग मिला। आर्थिक सहयोग देने वालों में समाजसेवी समीर श्रीवास्तव, आलोक अंजन (बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं प्रभारी), विष्णु सिंह, डॉ. पी.सी., निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र तथा मां सिद्धेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट की भूमिका बेहद सराहनीय रही। इन सभी के सहयोग से ही बेटियां राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकीं।
बिहार की इस ऐतिहासिक जीत पर जिले के खेलप्रेमियों, शिक्षकों और समाजसेवियों ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी है। लोगों का कहना है कि भोजपुर की बेटियों ने यह साबित कर दिया है कि अगर लगन, मेहनत और सही मार्गदर्शन मिले तो छोटे शहरों और गांवों से भी राष्ट्रीय स्तर की चैंपियन निकल सकती हैं। इस जीत ने न केवल बिहार को गौरवान्वित किया है, बल्कि भोजपुर जिले को खेल के नक्शे पर एक नई पहचान दिलाई है।


