बिजली विभाग की कुव्यवस्था के खिलाफ डुमराँव में महाधरना शुरू

स्वयं शक्ति के बैनर तले नागरिकों ने उठाई मूलभूत मांगें
डुमराँव। बिजली विभाग की लापरवाही और अव्यवस्थित कार्यप्रणाली से नाराज नागरिकों ने स्वयं शक्ति संगठन के बैनर तले सोमवार से महाधरना की शुरुआत की। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता धीरज मिश्रा ने की, जबकि संचालन विजय सिन्हा द्वारा किया गया।
धरना प्रदर्शनकारियों ने बिजली विभाग की कुव्यवस्था पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कई अहम मांगें सामने रखीं। इनमें प्रमुख मांगें इस प्रकार रहीं— पर्याप्त संख्या में ट्रांसफार्मर लगाए जाएँ, ताकि बिजली कटौती और ओवरलोड की समस्या से निजात मिल सके।डुमराँव ग्रिड को उसकी खपत के अनुसार बिजली उपलब्ध कराई जाए। नगर में लगे सभी जर्जर तारों को बदला जाए ताकि दुर्घटनाओं और बार-बार की खराबी से मुक्ति मिले।
बिजली विभाग में मित्रयों की पर्याप्त संख्या में बहाली हो, जिससे कार्यकुशलता बढ़े। विभाग द्वारा जारी जनसुनवाई नंबरों का सही संचालन और समस्याओं का समय पर निस्तारण किया जाए। लो वोल्टेज की समस्या का स्थायी समाधान किया जाए, जिससे उपभोक्ताओं को नियमित और गुणवत्तापूर्ण बिजली मिल सके। आंधी-पानी के दिनों में बार-बार तार टूटने की समस्या खत्म करने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में तारों को अंडरग्राउंड किया जाए।
महाधरना के पहले दिन बिजली विभाग के जिला स्तर के पदाधिकारी और स्थानीय जेई धरना स्थल पर पहुँचे। उन्होंने धरनार्थियों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकालने का प्रयास किया, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका। धरनार्थियों का कहना था कि जब तक लिखित और ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
धरने में शामिल नागरिकों ने कहा कि डुमराँव में बिजली की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। लो वोल्टेज, ट्रांसफार्मर जलने, बार-बार तार टूटने और शिकायतों की अनदेखी जैसी समस्याओं से जनता त्रस्त है। उपभोक्ताओं का कहना था कि विभाग की लापरवाही से आम लोगों को हर दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है।
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में नागरिक, संगठन के कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यह आंदोलन जनता की सुविधा और सुरक्षा से जुड़ा है। लोगों ने नारेबाजी कर विभाग के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया और चेतावनी दी कि जब तक माँगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।
डुमराँव में बिजली विभाग की कुव्यवस्था को लेकर शुरू हुआ यह महाधरना केवल स्थानीय समस्या का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र की जनता की आवाज है। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी माँगें पूरी होने तक वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। अब देखना यह होगा कि विभाग जनता के आक्रोश को समझते हुए ठोस कदम कब और कैसे उठाता है।
मौके पर धीरज कुमार मिश्रा, मनीष मिश्रा, सर्वेश कुमार पाण्डेय, अजय यादव, राजेश मिश्र, अशोक गुप्ता, आलोक सिन्हा, डब्लू मिश्रा, विजय सिन्हा, आलोक तिवारी, रोहित सिंह, मोहन केशरी, अविनाश तिवारी, बप्पी, शौर्य केशरी, भीम मिश्रा, विकी सिंह, शेखर वर्मा, मोहन चौधरी, अशोक राय सहित अन्य मौजूद रहे।