राज्य शिक्षक पुरस्कार 2025 से सम्मानित हुए बलवंत सिंह

एच आर स्कूल धरमाड़ी के शिक्षक को राज्यपाल ने किया सम्मानित
रियासी, जम्मू-कश्मीर। शिक्षक दिवस 2025 पर जम्मू-कश्मीर के राजभवन में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में एच आर स्कूल धरमाड़ी के शिक्षक बलवंत को राज्य शिक्षक पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान राज्यपाल मनोज सिन्हा ने उन्हें प्रदान किया। समारोह में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, समाजसेवी और विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक बड़ी संख्या में मौजूद थे।
शिक्षा क्षेत्र में योगदान के लिए मिला सम्मान
बलवंत पिछले कई वर्षों से धरमाड़ी क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। उन्होंने न केवल विद्यार्थियों के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का वातावरण तैयार किया, बल्कि बच्चों में जिज्ञासा, अनुशासन और नैतिक मूल्यों के प्रति गहरी समझ विकसित करने का कार्य किया है। ग्रामीण और दूरस्थ इलाके में रहकर भी उन्होंने आधुनिक तकनीक और नवीन पद्धतियों का उपयोग कर विद्यार्थियों को शिक्षा से जोड़े रखा।
राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षक बलवंत जैसे समर्पित शिक्षकों के कारण ही जम्मू-कश्मीर की शिक्षा व्यवस्था नई दिशा प्राप्त कर रही है। उन्होंने बलवंत के नवाचारी प्रयासों और विद्यार्थियों के भविष्य संवारने की उनकी सतत लगन की सराहना की।
समारोह में उमड़ा उत्साह
शिक्षक बलवंत को पुरस्कार मिलने की खबर सुनते ही पूरे धरमाड़ी क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। समारोह के दौरान जब राज्यपाल ने उन्हें पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया तो उपस्थित जनसमूह ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया।
बलवंत ने सम्मान ग्रहण करते हुए कहा,
“यह पुरस्कार सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि मेरे विद्यालय, विद्यार्थियों और उन सभी लोगों का है, जिन्होंने मुझे हर कदम पर सहयोग दिया। मेरा उद्देश्य शिक्षा को सरल, सुलभ और जीवन से जुड़ा बनाना है।”
बधाई देने वालों की लंबी सूची
इस उपलब्धि पर स्थानीय लोगों और सहकर्मियों ने बलवंत को बधाई दी।
बधाई देने वालों में सुषमा कुमारी, खेमराज, सुदेश सिंह, अंजना खजुरिया सहित विद्यालय परिवार और ग्रामीण शामिल रहे। सभी ने कहा कि बलवंत की मेहनत और लगन ने पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
शिक्षा के क्षेत्र में नई प्रेरणा
बलवंत की उपलब्धि ने न केवल धरमाड़ी बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर के शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का कार्य किया है। उनकी कार्यशैली और शिक्षा के प्रति निष्ठा यह संदेश देती है कि यदि शिक्षक दृढ़ निश्चय और समर्पण के साथ काम करें तो किसी भी क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकती है।
शिक्षक दिवस 2025 पर राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होकर बलवंत ने सिद्ध कर दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर मेहनत और लगन से नई ऊँचाइयाँ प्राप्त की जा सकती हैं। उनका यह सम्मान न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे धरमारी क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है।