वृक्ष प्रदर्शनी और भाषा विरासत दीवार बनी आकर्षण का केंद्र
हाजीपुर। राजकीय मध्य विद्यालय छोटी युसूफपुर, हाजीपुर में “भारतीय भाषा उत्सव 2025” के अवसर पर शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से भरपूर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर विद्यालय परिसर में वृक्ष प्रदर्शनी तथा भाषा विरासत दीवार का विशेष उद्घाटन किया गया, जो पूरे कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्रधानाध्यापक विभा कुमारी एवं उपस्थित शिक्षकों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का अभिनंदन किया। प्रधानाध्यापक विभा कुमारी ने अपने संबोधन में भारतीय भाषाओं की विविधता, उनकी सांस्कृतिक पहचान और मातृभाषा में शिक्षा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय भाषाएं केवल संवाद का साधन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और आत्मा की पहचान हैं।
वृक्ष प्रदर्शनी बना आकर्षण का केंद्र
उत्सव के अवसर पर आयोजित वृक्ष प्रदर्शनी में औषधीय, फलदार और छायादार पौधों को प्रदर्शित किया गया। विद्यार्थियों ने प्रत्येक पौधे के साथ उसका नाम, उपयोगिता और पर्यावरणीय लाभ की जानकारी भी दी। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और हरियाली के महत्व को समझाना रहा। शिक्षकों ने छात्रों को बताया कि जैसे भाषा हमारी विरासत है, वैसे ही प्रकृति भी हमारी अमूल्य धरोहर है।
भाषा विरासत दीवार ने बिखेरा सांस्कृतिक रंग
विद्यालय परिसर में बनाई गई भाषा विरासत दीवार कार्यक्रम की एक सराहनीय और अनूठी पहल रही। इस दीवार पर भारत की प्रमुख भाषाओं—हिंदी, भोजपुरी, मैथिली, बंगला, उर्दू, तमिल, तेलुगु, मराठी आदि के अक्षर, प्रसिद्ध साहित्यकारों के चित्र, लोक कहावतें और पंक्तियां उकेरी गईं। छात्रों ने विभिन्न भाषाओं में छोटे-छोटे परिचय और कविताएं सुनाकर भारतीय भाषाओं की एकता और विविधता का सुंदर संदेश दिया।
चार्ट पेंटिंग में छात्राओं ने दिखाई प्रतिभा
कार्यक्रम के दौरान कक्षा 8 की छात्रा अंजलि कुमारी सहित सोनाली कुमारी, मुस्कान कुमारी और तनुजा कुमारी ने चार्ट पेपर पर भारतीय भाषाओं, प्रकृति संरक्षण और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े विषयों पर अत्यंत सुंदर और रचनात्मक पेंटिंग प्रस्तुत की। इन छात्राओं की कलाकृतियों ने सभी का मन मोह लिया और उनकी प्रतिभा की जमकर सराहना की गई।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सजा मंच
भाषा उत्सव के दौरान छात्र-छात्राओं ने निबंध पाठ, कविता पाठ, भाषण, लोकगीत और नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियां दीं। बच्चों ने अपनी मातृभाषा में अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करते हुए यह संदेश दिया कि भारतीय भाषाओं का संरक्षण और संवर्धन हम सभी का दायित्व है।
कार्यक्रम में शिक्षक अभय कुमार, मो. हसमत अली, शिक्षिका स्वेता भारती, साधना सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं और विद्यालयकर्मी उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय परिवार ने भविष्य में भी ऐसे रचनात्मक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक आयोजनों को निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया। “भारतीय भाषा उत्सव 2025” ने निश्चित रूप से विद्यार्थियों में भाषा, संस्कृति और पर्यावरण के प्रति नई चेतना का संचार किया।