शिक्षक विकास कुमार गौरव और शिक्षिका अंजू कुमारी रोसड़ा में सम्मानित

रोसड़ा में आयोजित समारोह में मिला ‘भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजकीय नवाचारी उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2025’
रुन्नीसैदपुर, सीतामढ़ी। शिक्षा जगत के लिए गर्व का क्षण तब आया जब प्रखंड क्षेत्र के दो शिक्षकों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उत्कृष्ट पहचान बनाई। राजकीय मध्य विद्यालय, गंगवारा की शिक्षिका अंजू कुमारी और उत्क्रमित मध्य विद्यालय, हरारी के शिक्षक विकास कुमार गौरव को ‘भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजकीय नवाचारी उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया।
नवाचारी शिक्षा में विशेष योगदान का मिला सम्मान
दोनों शिक्षकों को यह सम्मान नवाचारी शिक्षा के क्षेत्र में किए गए योगदान और विद्यार्थियों के समग्र विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रदान किया गया। शिक्षण पद्धति में नवीन प्रयोग, विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने और शिक्षा को रोचक व उपयोगी बनाने के प्रयासों ने इन्हें अलग पहचान दिलाई। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे प्रयास ही शिक्षा को व्यवहारिक और जीवनोपयोगी बनाते हैं।
रोसड़ा में हुआ भव्य आयोजन
यह सम्मान मुसाय नायक सीता देवी एजुकेशनल ट्रस्ट, रोसड़ा (समस्तीपुर) की ओर से आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। कार्यक्रम का आयोजन रोसड़ा स्थित पालकी द वैन्यू सभागार में पिछले शनिवार को किया गया। इस अवसर पर देशभर के कुल 144 नवाचारी शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप सभी चयनित शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह, अंगवस्त्र और पौधा भेंटकर सम्मानित किया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणादायक योगदान
सम्मान प्राप्त करने के बाद शिक्षिका अंजू कुमारी ने कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ उनकी व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि पूरे विद्यालय और छात्रों की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने शिक्षा को जीवन निर्माण की कुंजी बताते हुए कहा कि हर शिक्षक का दायित्व है कि वह बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार प्रयासरत रहे। वहीं शिक्षक विकास कुमार गौरव ने कहा कि यह सम्मान उनके लिए जिम्मेदारी को और बढ़ा देता है। उनका लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों तक गुणवत्तापूर्ण और नवाचारी शिक्षा पहुँचाई जाए ताकि वे भी भविष्य में देश निर्माण में योगदान दे सकें।
समाज में शिक्षकों की अहम भूमिका
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। शिक्षक केवल ज्ञान के दाता नहीं बल्कि समाज के निर्माता भी हैं। शिक्षा के माध्यम से ही विकसित भारत का सपना साकार किया जा सकता है। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों ने सम्मानित शिक्षकों की सराहना करते हुए कहा कि इनके नवाचार और समर्पण भाव से आने वाली पीढ़ी निश्चित ही प्रेरणा लेगी।
‘भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजकीय नवाचारी उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2025’ से सम्मानित होकर शिक्षिका अंजू कुमारी और शिक्षक विकास कुमार गौरव ने न केवल अपने विद्यालय और क्षेत्र का नाम रोशन किया है, बल्कि यह साबित कर दिया कि सच्चे समर्पण और नवाचारी सोच के बल पर शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ हासिल की जा सकती हैं।