मध्य विद्यालय खरारी बालक में विदाई एवं स्वागत समारोह, भावनाओं और उत्साह का मिला-जुला रंग

दरभंगा से अंजू अन्नु की रिपोर्ट –
बहेड़ी। मध्य विद्यालय खरारी बालक में मंगलवार को आयोजित विदाई सह स्वागत समारोह भावुक और उत्साहपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक मो. अब्बास ने की। इस अवसर पर जहां स्थानांतरित होकर जा रहे शिक्षक कर्मवीर शर्मा और संजीत कुमार यादव को भावभीनी विदाई दी गई, वहीं विद्यालय में नए योगदानकर्ताओं के रूप में शिक्षिका रजनी तथा शिक्षक गंगा राम, अमर कुमार और विश्व मोहन कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
विदाई के क्षण बने यादगार
प्रधानाध्यापक मो. अब्बास ने संबोधन में कहा कि हर शिक्षक विद्यालय परिवार का महत्वपूर्ण स्तंभ होता है। स्थानांतरण भले ही प्रशासनिक प्रक्रिया हो, परंतु यह विद्यालय के लिए भावनात्मक क्षण भी लेकर आता है। उन्होंने कर्मवीर शर्मा और संजीत कुमार यादव की कार्यशैली, समर्पण और विद्यार्थियों के प्रति उनके आत्मीय व्यवहार की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
नवागंतुक शिक्षकों से जताई उम्मीदें
स्वागत संबोधन में उन्होंने नए शिक्षकों से अपेक्षा जताई कि वे विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता और अनुशासन को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में अपना सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि बदलते समय में शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में निहित है।
शिक्षकों और ग्रामीणों की उपस्थिति
समारोह में शिक्षक मनोज कुमार, संजय सिंह और प्रदीप कुमार अतिथि के रूप में मौजूद रहे। संचालन की जिम्मेदारी मनोज कुमार ने निभाई।कार्यक्रम में शिक्षक आशुतोष कुमार, प्रेमचंद यादव, संजीत कुमार राम और अमरजीत ने भी विचार रखे। उन्होंने विदाई ले रहे शिक्षकों को मेहनती, कर्तव्यनिष्ठ और सहज स्वभाव वाला बताते हुए उनकी कमी महसूस होने की बात कही।
ग्रामीण भुवनेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि किसी भी विद्यालय का विकास तभी संभव है, जब शिक्षक आपसी सहयोग और समर्पण के साथ कार्य करें। उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों से अपील की कि वे शिक्षा को समाज सुधार का माध्यम मानते हुए बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में काम करें।
विद्यार्थियों ने भी दी शुभकामनाएं
बच्चों ने भी मंच से अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि कर्मवीर शर्मा और संजीत कुमार यादव का व्यवहार स्नेहिल और मार्गदर्शक रहा। वहीं, नए शिक्षकों का स्वागत विद्यार्थियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से किया, जिससे पूरा वातावरण उत्साहित हो उठा।
कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाध्यापक मो. अब्बास ने सभी अतिथियों, शिक्षकों और ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विद्यालय और समाज का सहयोग ही शिक्षा को सार्थक बनाता है।इस तरह विदाई और स्वागत का यह अवसर विद्यालय परिवार के लिए एक यादगार क्षण बन गया, जिसने एक ओर पुरानी यादों को ताज़ा किया, वहीं दूसरी ओर नई उम्मीदों और संकल्पों को भी जन्म दिया।
