अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संघ (ऐपवा) ने प्रखंड मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
डुमरांव. महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की गारंटी करो ! बलात्कारियों-अपराधियों को सजा दो सहित चौदह सूत्री मांगों को लेकर अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संघ (ऐपवा) ने प्रखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी अनुपस्थित पर अंचलाधिकारी अंकिता सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री, बिहार सरकार को स्मार पत्र सौपा गया.
सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा की जिला सचिव संध्या पाल ने कहां कि विकसित भारत के झुनझुना के बीच आज महिलाओं को रसोई गैस तक खरीदना मुश्किल है. शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार नहीं मिल रहा है. महिलाओं पर अत्याचार, बलात्कार जारी है, कई ऐसे अपराधी ऊंचे पदों पर आज भी आसीन हैं.
सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा की जिला सह सचिव पूजा कुमारी ने कहां कि समाज की आधी आबादी को आज भी गुलाम और कमजोर समझ कर उसके सम्मान और बराबरी के अधिकार को दबाने की कोशिश हो रही है. लेकिन, हम महिलाएं सावित्री बाई फुले-फातिमा शेख के जमाने से लेकर आज तक अपने अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष के जरिए ही आगे बढ़ी हैं.
आज जब 26 जनवरी 2024 को हम देश का 75वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं, तब इस प्रदर्शन के जरिए हम महिलाएं मांग करती हैं कि महिला आरक्षण कानून को (पिछड़ी, दलित- आदिवासी और अल्पसंख्यक महिलाओं के लिए विशेष आरक्षण के साथ) 2024 के चुनाव में लागू किया जाए. महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़क भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल गिरफ्तार किया जाए.
बीएचयू की छात्रा के बलात्कारी भाजपा के आईटी सेल के कुणाल पांडे समेत सभी बलात्कारियों को सजा की गारंटी की जाए. महाजनी प्रथा पर रोक लगे, माइक्रो फाइनेंस संस्थानों को नियंत्रित किया जाए. दहेज प्रथा और महिलाओं पर हिंसा पर रोकने की मुकम्मल व्यवस्था हो. प्रदर्शन में ऐपवा जिलाध्यक्ष रेखा देवी, फूलकुमारी देवी, उषा देवी, लीलावती देवी, बिंदा देवी सहित अन्य महिलाएं शामिल रहीं.
