संगीत, जलेबी दौड़ व पेंटिंग में तीन छात्रों ने हासिल किया प्रथम स्थान, प्रखंड हुआ गौरवान्वित
बहेड़ी/दरभंगा संवाददाता। बिहार शिक्षा परियोजना के अंतर्गत समावेशी शिक्षा कार्यक्रम के तहत आयोजित प्रखंड स्तरीय विश्व दिव्यांगता दिवस प्रतियोगिता में मध्य विद्यालय खरारी बालक एवं प्लस टू रानी चंद्रावती हाई स्कूल के छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तीनों विधाओं में प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय और प्रखंड का नाम रोशन किया। इस उपलब्धि से क्षेत्र में हर्ष का माहौल है।
शहनवाज आलम ने संगीत में मारी बाजी
मध्य विद्यालय खरारी बालक विद्यालय के छात्र शहनवाज आलम ने संगीत प्रतियोगिता में अपनी मधुर आवाज और शानदार प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया। निर्णायकों ने उनकी गायकी की खूब सराहना की।
जलेबी दौड़ में आकर्ष कुमार रहा अव्वल
खेल प्रतियोगिता के अंतर्गत आयोजित जलेबी दौड़ में मध्य विद्यालय खरारी बालक के ही छात्र आकर्ष कुमार ने अपनी फुर्ती, संतुलन और आत्मविश्वास से सभी प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। उनकी जीत पर मौजूद दर्शकों ने तालियां बजाकर हौसला बढ़ाया।
पेंटिंग में रितेश कुमार को मिला पहला पुरस्कार
वहीं प्लस टू रानी चंद्रावती हाई स्कूल के छात्र रितेश कुमार ने पेंटिंग प्रतियोगिता में अपनी रचनात्मक कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। उनकी पेंटिंग में समावेशी समाज का सुंदर संदेश उकेरा गया, जिसे निर्णायकों ने सर्वश्रेष्ठ बताया।
रजनी शिक्षिका ने छात्रों की सफलता को बताया मेहनत का परिणाम
मध्य विद्यालय खरारी बालक, बहेड़ी, दरभंगा की शिक्षिका रजनी ने बच्चों की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि यह सफलता विद्यार्थियों की लगन, निरंतर अभ्यास और आत्मविश्वास का परिणाम है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चे भी अगर सही मार्गदर्शन और प्रोत्साहन पाएं तो किसी भी मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं। उन्होंने विद्यालय परिवार की ओर से बच्चों को ढेर सारी शुभकामनाएं दीं।
समावेशी शिक्षा अभियान को मिला सशक्त संदेश
इस प्रतियोगिता के माध्यम से एक बार फिर यह साबित हुआ है कि समावेशी शिक्षा अभियान दिव्यांग बच्चों को आगे बढ़ने का सशक्त मंच प्रदान कर रहा है। ऐसे आयोजन बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारने के साथ समाज में सकारात्मक सोच विकसित करते हैं।
विद्यालय व अभिभावकों में खुशी की लहर
तीनों छात्रों की इस ऐतिहासिक सफलता से पूरे विद्यालय परिसर में खुशी की लहर दौड़ गई। शिक्षकों, अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने बच्चों को माला पहनाकर सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।