मध्य विद्यालय खरारी बालक, बहेरी में शिक्षक संजीत पंडित को दी गई भावभीनी विदाई

प्रधानाध्यापक मो. अब्बास की अध्यक्षता में आयोजित हुआ समारोह, शिक्षकों व छात्रों ने साझा किए यादगार पल
दरभंगा। मध्य विद्यालय खरारी बालक, बहेरी में मंगलवार को एक भावनात्मक माहौल के बीच विदाई समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक मो. अब्बास ने की। विदाई समारोह का आयोजन विद्यालय परिवार द्वारा शिक्षक संजीत पंडित के सम्मान में किया गया, जिनका हाल ही में स्थानांतरण हो गया है।
विद्यालय में लगभग 18 माह की सेवा, सभी के बीच लोकप्रिय रहे
शिक्षक संजीत पंडित ने 19 फरवरी 2024 को मध्य विद्यालय खरारी में योगदान दिया था। लगभग छह महीने की अपनी सेवा अवधि में उन्होंने न केवल पढ़ाई के स्तर को बेहतर बनाने में योगदान दिया, बल्कि विद्यार्थियों के साथ अपनापन और प्रेरणादायक व्यवहार के लिए भी पहचाने गए। उनके शिक्षण शैली और विद्यार्थियों के प्रति समर्पण ने उन्हें विद्यालय परिवार के बीच विशेष स्थान दिलाया।
सहकर्मियों और विद्यार्थियों ने दी शुभकामनाएं
विदाई समारोह में विद्यालय के शिक्षक गंगा राम, विश्व मोहन कुमार, शाहीन परवीन, संजीत कुमार, निशा, आशुतोष कुमार, रजनी सहित अन्य शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने अपने-अपने विचार रखते हुए संजीत पंडित के कार्यकाल को याद किया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान कई शिक्षकों ने कहा कि संजीत पंडित ने कम समय में ही विद्यालय में एक सकारात्मक माहौल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रधानाध्यापक ने की सराहना
प्रधानाध्यापक मो. अब्बास ने अपने संबोधन में कहा कि संजीत पंडित न केवल एक अच्छे शिक्षक रहे, बल्कि एक सहयोगी और प्रेरणास्रोत के रूप में भी सबके प्रिय बने। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में संजीत पंडित का योगदान प्रेरणादायक है और उनके जाने से विद्यालय परिवार को निश्चित रूप से कमी महसूस होगी।
विद्यार्थियों ने भी व्यक्त की भावनाएं
समारोह के दौरान कुछ विद्यार्थियों ने भी मंच से अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि संजीत पंडित का पढ़ाने का तरीका बेहद सरल और रोचक था, जिससे पढ़ाई में रुचि बढ़ती थी।
स्मृति चिह्न और सम्मान
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिवार की ओर से संजीत पंडित को स्मृति चिह्न और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद सभी ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें विदा किया।
यह समारोह न केवल एक शिक्षक की विदाई का अवसर था, बल्कि विद्यालय परिवार के बीच आपसी सहयोग और सौहार्द्र का भी प्रतीक बना। समारोह में उपस्थित ग्रामीण भुवनेश्वर प्रसाद सिंह ने शुभकामना दी।

