चकिया (पूर्वी चंपारण)। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के प्रति निरंतर प्रयास के लिए उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चकनिया कान्ही टोला (वार्ड संख्या-12) में कार्यरत शिक्षक अरविन्द कुमार को इस वर्ष शिक्षक प्रतिभा सम्मान 2025 से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें 12 अक्टूबर 2025 को पटना में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया जाएगा।
यह समारोह नवाचार मंच द्वारा आयोजित किया जा रहा है। मंच का उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत उन शिक्षकों को पहचान और प्रोत्साहन देना है, जिन्होंने शिक्षा की पारंपरिक सीमाओं को तोड़कर नवीन प्रयोग किए और समाज व विद्यार्थियों को नई दिशा दी। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी, समाजसेवी और राज्य के मंत्रीगण भी शामिल होंगे।
शिक्षक अरविन्द कुमार केवल पाठ्य पुस्तक आधारित शिक्षा तक सीमित नहीं रहते। वे विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को अपना मुख्य लक्ष्य मानते हैं। बच्चों में रचनात्मकता, आत्मविश्वास और सामाजिक जिम्मेदारी विकसित करने के लिए वे लगातार नवीन प्रयोग करते रहे हैं। शिक्षा को व्यवहारिक जीवन से जोड़ने और वंचित वर्ग तक शिक्षा का संदेश पहुँचाने में उनके योगदान की व्यापक सराहना की जाती है।
शिक्षा जगत में उनके कार्यों को देखते हुए उन्हें इससे पहले महर्षि विश्वामित्र गुरु सम्मान से भी नवाज़ा जा चुका है। उनके प्रयासों ने न केवल विद्यालय के बच्चों का शैक्षणिक स्तर ऊँचा किया है बल्कि समाज में शिक्षा के महत्व के प्रति भी जागरूकता बढ़ाई है।
बच्चों के बीच अरविन्द कुमार एक प्रेरणादायक मार्गदर्शक के रूप में लोकप्रिय हैं। वे विद्यार्थियों को केवल उच्च अंक प्राप्त करने तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उन्हें उच्च लक्ष्य तय करने और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। वे मानते हैं कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य व्यक्ति को संवेदनशील, जिम्मेदार और आत्मनिर्भर बनाना है।
अपनी इस उपलब्धि पर अरविन्द कुमार ने कहा – “ऐसे कार्यक्रम और सम्मान शिक्षकों को प्रेरित करते हैं। यह समाज में सकारात्मक कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने और विद्यार्थियों को उच्च लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में मार्गदर्शन करने का एक सशक्त माध्यम है।”
अरविन्द कुमार की इस उपलब्धि से उनके परिवार, विद्यालय परिवार और शुभचिंतकों में खुशी और गर्व का माहौल है। स्थानीय लोग भी उनके कार्यों पर गर्व महसूस कर रहे हैं और मानते हैं कि उनकी मेहनत और लगन से पूरे प्रखंड का नाम रोशन हो रहा है।
शिक्षक अरविन्द कुमार की यह उपलब्धि न केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता है बल्कि यह समाज के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। उनके प्रयास यह संदेश देते हैं कि यदि शिक्षा को नई दृष्टि और नवीन प्रयोगों के साथ अपनाया जाए तो यह समाज और विद्यार्थियों दोनों के भविष्य को उज्ज्वल बना सकती है।