नवरात्रि पर्व पर छात्राओं ने प्रस्तुत की नवदुर्गा की झांकी
चकिया। शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय चकनिया कान्ही टोला वार्ड संख्या-12 में भव्य झांकी का आयोजन किया गया। विद्यालय के शिक्षक अरविन्द कुमार के नेतृत्व में छात्राओं ने मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की जीवंत प्रस्तुति दी। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण भक्तिमय वातावरण में गूंज उठा।
झांकी में विद्यालय की छात्राओं ने नवदुर्गा के नौ स्वरूपों को जीवंत कर दिया। नेहा कुमारी ने मां शैलपुत्री का रूप धारण किया। प्रियांशु कुमारी ने मां ब्रह्मचारिणी का। नंदनी कुमारी ने मां चंद्रघंटा का। जूही कुमारी ने मां कुष्मांडा का। अनुष्का कुमारी ने मां स्कंदमाता का। गुड्डी कुमारी ने मां कात्यायनी का। रानी कुमारी ने मां कालरात्रि का। खुशी कुमारी ने मां महागौरी का। बेबी कुमारी ने मां सिद्धिदात्री का रूप सजाया।
इसके अतिरिक्त खुशी कुमारी ने ही मां दुर्गा के विराट रूप का विशेष अभिनय किया। उनकी इस प्रस्तुति ने उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया।
झांकी देखने के लिए विद्यालय प्रांगण और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए। श्रद्धालु महिलाओं ने पारंपरिक गीत गाकर और नारियों ने ढोल-मंजीरे की थाप पर नृत्य कर पूरे आयोजन को भक्ति से सराबोर कर दिया। ग्रामीणों ने छात्राओं की प्रस्तुति को सराहा और विद्यालय परिवार का आभार जताया।
इस आयोजन में शिक्षक अरविन्द कुमार का विशेष योगदान रहा। उन्होंने छात्राओं को नवरात्रि की महत्ता समझाते हुए उनके माध्यम से धार्मिक व सांस्कृतिक मूल्यों का प्रदर्शन कराया। विद्यालय परिवार के अन्य शिक्षकों और इको क्लब की टीम ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।
विद्यालय द्वारा आयोजित इस झांकी ने न केवल नवरात्रि पर्व की गरिमा को बढ़ाया, बल्कि विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, परंपरा और धार्मिक मूल्यों से भी जोड़ने का कार्य किया। आयोजन के अंत में प्रधानाध्यापक और स्थानीय बुद्धिजीवियों ने छात्राओं को सम्मानित कर उनके उत्साहवर्धन किया।
चकनिया कान्ही टोला स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय की यह झांकी ग्रामीण क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बनी। नवदुर्गा के रूप में छात्राओं की प्रस्तुति ने जहां दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया, वहीं यह संदेश भी दिया कि हमारी भावी पीढ़ी भारतीय संस्कृति और परंपराओं से गहराई से जुड़ी हुई है।