रोसड़ा में आयोजित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजकीय नवाचारी उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह में 149 शिक्षकों का हुआ सम्मान

शिक्षक समाज के पथ प्रदर्शक : विधायक
रोसड़ा (समस्तीपुर)। शिक्षक दिवस के अवसर पर शनिवार को रोसड़ा के स्थानीय सभागार में भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजकीय नवाचारी उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन मुसाय नायक सीता देवी एजुकेशनल ट्रस्ट के तत्वावधान में किया गया, जिसकी अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद नायक ने की। समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कुल 149 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
दीप प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक बीरेन्द्र कुमार, एनटीपीसी के स्वतंत्र निदेशक सुशील चौधरी, उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक एन. के. अग्रवाल, उप निबंधन महानिरीक्षक सुशील कुमार सुमन, एसडीओ संदीप कुमार तथा ईओ उपेन्द्र नाथ वर्मा मौजूद रहे।
शिक्षक ही समाज के वास्तविक पथ प्रदर्शक” – विधायक
सभा को संबोधित करते हुए विधायक बीरेन्द्र कुमार ने कहा कि शिक्षक ही समाज के वास्तविक पथ प्रदर्शक होते हैं। राष्ट्र निर्माण की नींव शिक्षा पर आधारित है और इस जिम्मेदारी का निर्वहन सबसे अधिक शिक्षक करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही नई पीढ़ी को संस्कार, ज्ञान और सकारात्मक सोच देने का कार्य करते हैं। विधायक ने यह भी कहा कि शिक्षक सम्मान समारोह केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि शिक्षा जगत के प्रति आभार प्रकट करने का अवसर है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से ही समाज प्रगति कर सकता है – एन. के. अग्रवाल
उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक एन. के. अग्रवाल ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से ही समाज प्रगति कर सकता है। उन्होंने नवाचारी शिक्षकों की भूमिका को विशेष बताते हुए कहा कि आने वाले समय में यही शिक्षक शिक्षा को नई दिशा देंगे। उन्होंने स्व. मुसाय बाबू के शिक्षा क्षेत्र में योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मुसाय बाबू ने ग्रामीण परिवेश में शिक्षा का प्रसार करने और वंचित तबके के बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने का जो प्रयास किया, वह आज भी समाज के लिए प्रेरणा है। उनकी सोच और समर्पण शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हुई।
अन्य वक्ताओं ने रखे विचार
इस अवसर पर महानिरीक्षक सुशील कुमार सुमन और पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष सत्येन्द्र कुमार नायक ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने शिक्षकों को समाज की रीढ़ बताते हुए कहा कि यदि शिक्षक समाज में अपने उत्तरदायित्व को ईमानदारी से निभाएँ तो शिक्षा का स्तर स्वतः ऊँचा उठेगा।
149 शिक्षकों को मिला सम्मान
कार्यक्रम में बिहार के विभिन्न जिलों से पहुँचे 149 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित शिक्षकों को उपस्थित अतिथियों ने बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। शिक्षक सम्मान प्राप्त करने वालों में विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षाविद और नवाचारी प्रयोगों के लिए चर्चित शिक्षक शामिल थे।
मंच संचालन व गरिमामयी उपस्थिति
समारोह का मंच संचालन महामाया चौधरी और शिक्षिका वंदना कुमारी ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षाविद्, समाजसेवी एवं स्थानीय बुद्धिजीवी मौजूद थे। प्रमुख उपस्थितियों में प्रो. शिवशंकर प्रसाद सिंह, डॉ. परमानंद मिश्र, इंद्रेश चौधरी, अमरनाथ झा, रामेश्वर पूर्वे, अमर प्रताप सिंह, विनोद देव, अजय महतो, अजित ठाकुर, प्रो. शिवव्रत महतो, प्रधान शिक्षक कुमार दीपक, कुमार रजनीश, राकेश पूर्वे, ठाकुर राजकुमार, अनिश राज, प्रो. शिव कुमार आदि शामिल रहे।
शिक्षा ही समाज की प्रगति की कुंजी
समारोह के दौरान वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि शिक्षा ही समाज और राष्ट्र की प्रगति की सबसे बड़ी कुंजी है। शिक्षकों की निष्ठा और परिश्रम से ही समाज के भविष्य का निर्माण होता है।
इस सम्मान समारोह ने यह संदेश दिया कि शिक्षक केवल अध्यापक ही नहीं, बल्कि राष्ट्र और समाज के मार्गदर्शक भी हैं। इस प्रकार रोसड़ा में आयोजित नवाचारी उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह ने शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों को नई ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान की।

