समृद्धि फाउंडेशन ने आयोजित किया वीरांगना सम्मान समारोह, 51 उत्कृष्ट महिलाओं को मिला सम्मान

मुजफ्फरपुर। शहर के स्थानीय सभागार में रविवार को समृद्धि फाउंडेशन द्वारा भव्य “वीरांगना सम्मान समारोह” का आयोजन किया गया। इस समारोह में बिहार के विभिन्न जिलों से आई उन महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने शिक्षा, कला, स्वास्थ्य, रक्तदान, घरेलू व्यवसाय और समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर समाज में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। कार्यक्रम में कुल 51 महिलाओं को वीरांगना सम्मान से नवाजा गया।
इसी कड़ी में मध्य विद्यालय कोआही रून्नीसैदपुर की शिक्षिका वीणा कुमारी को भी शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए वीरांगना सम्मान प्रदान किया गया। शिक्षिका वीणा कुमारी ने ग्रामीण अंचल में शिक्षा की अलख जगाने और बच्चियों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने में लगातार प्रयास किया है। उनके इस कार्य को फाउंडेशन ने सराहा और उन्हें मंच पर सम्मानित किया।
समृद्धि फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. स्मृति सिंह ने बताया कि इस फाउंडेशन की स्थापना तीन वर्ष पूर्व की गई थी। तब से ही हर साल उन महिलाओं को खोजकर सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में अद्भुत कार्य कर समाज को नई दिशा देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं बल्कि उन तमाम महिलाओं की प्रेरणा है, जो कठिन परिस्थितियों के बावजूद समाज में बदलाव लाने का कार्य कर रही हैं।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में किसान चाची के नाम से प्रसिद्ध राजकुमारी देवी, डॉ. ममता रानी, भाजपा के पूर्व अध्यक्ष, जिला परिषद सदस्य, उप महापौर डॉ. मोनालिसा और समृद्धि फाउंडेशन के सह-संस्थापक भी उपस्थित थे। सभी अतिथियों ने अपने विचार रखते हुए महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। किसान चाची राजकुमारी देवी ने कहा कि आज की नारी किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक कार्य और उद्यमिता के जरिए महिलाएं न केवल अपनी पहचान बना रही हैं, बल्कि समाज के लिए एक मजबूत स्तंभ साबित हो रही हैं।
डॉ. ममता रानी ने इस अवसर पर कहा कि बिहार की महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। आज उन्हें मंच और अवसर देने की आवश्यकता है। वहीं उप महापौर डॉ. मोनालिसा ने कहा कि समृद्धि फाउंडेशन का यह प्रयास सराहनीय है क्योंकि इससे नारी सशक्तिकरण को नई ऊर्जा मिलती है।
समारोह के दौरान मंच पर सम्मानित हुई कई महिलाओं ने अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे संघर्षों के बीच उन्होंने अपने क्षेत्र में कार्य किया और धीरे-धीरे समाज को एक नई दिशा देने में सफल रहीं।
कार्यक्रम के अंत में फाउंडेशन की ओर से यह आश्वासन दिया गया कि आने वाले वर्षों में और भी ज्यादा क्षेत्रों की महिलाओं को मंच प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
नारी सशक्तिकरण को नई पहचान दिलाने वाले इस समारोह ने न केवल समाज में महिलाओं की स्थिति को मजबूती दी है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गया।
