डॉ. अंजलि चिंचोलिकर को डॉक्टरेट की उपाधि, FIDS ब्रांच की पहली पीएच.डी. स्कॉलर बनीं

MGM यूनिवर्सिटी, छत्रपति संभाजीनगर में ऐतिहासिक क्षण
छत्रपति संभाजीनगर, महाराष्ट्र। MGM यूनिवर्सिटी ने एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनते हुए डॉ. अंजलि चिंचोलिकर को डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की। इस गौरवपूर्ण अवसर पर डॉ. चिंचोलिकर FIDS (Faculty Inter Disciplinary Study) ब्रांच की पहली छात्रा बनीं, जिन्हें यह उपाधि प्रदान की गई है। यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत शैक्षणिक सफर में मील का पत्थर है, बल्कि संस्थान के लिए भी अत्यंत गर्व का विषय है।
इस विशेष अवसर पर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति (चांसलर) श्री अंकुशराव कदम सर, कुलपति डॉ. विलास सपकाल सर, रजिस्ट्रार डॉ. आशीष गडेकर सर, परीक्षा नियंत्रक डॉ. हरिरंग शिंदे सर, इंटर फैकल्टी डीन डॉ. जॉन चिल्लादुरे सर, डॉ. सुहास पाटिल सर एवं गाइड डॉ. अमरदीप असोलकर सर सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख एवं सहकर्मियों की उपस्थिति में उन्हें सम्मानित किया गया।
समारोह में डॉ. चिंचोलिकर की शोध उपलब्धियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई। शिक्षाविदों ने न केवल उनके कठोर परिश्रम की सराहना की, बल्कि उनके अनुसंधान को समाज के लिए उपयोगी एवं प्रेरणादायी बताया।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. अंजलि चिंचोलिकर ने कहा, “मैं अत्यंत गर्व और विनम्रता के साथ यह कह सकती हूँ कि यह उपलब्धि मेरे माता-पिता के आशीर्वाद, परिवार के समर्थन और मेरे मार्गदर्शकों एवं सहकर्मियों के निरंतर सहयोग से ही संभव हो सकी है। MGM यूनिवर्सिटी का यह मंच, मेरे शैक्षणिक जीवन का सबसे मूल्यवान अनुभव रहा है। मैं सभी वरिष्ठजन, गाइड्स और शुभचिंतकों की आभारी हूँ। आप सभी की शुभकामनाएँ और आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहें।”
डॉ. चिंचोलिकर की यह उपलब्धि भविष्य के शोधार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत साबित होगी और FIDS ब्रांच में अनुसंधान को नई दिशा देगी। यूनिवर्सिटी में यह एक ऐसा क्षण था, जिसने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित किया।

