
सुपौल। शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली मध्य विद्यालय जगतपुर, सुपौल की शिक्षिका दीप शीखा को जनवरी माह के ‘टीचर ऑफ द मंथ’ के रूप में शिक्षा विभाग, बिहार सरकार द्वारा सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें उनके सतत प्रयास, नवाचारी शिक्षण विधियों और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।
दीप शीखा को यह गौरव प्राप्त होने पर सुपौल जिले की वे प्रथम शिक्षिका बन गई हैं, जिन्हें इस प्रतिष्ठित प्रशस्ति-पत्र से नवाजा गया है। यह न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है। उन्होंने इस सम्मान को केवल अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि न मानते हुए, इसे विद्यार्थियों की जिज्ञासा, अभिभावकों के अटूट विश्वास और अपने सहकर्मी शिक्षकों के सतत सहयोग की सामूहिक अभिव्यक्ति कहा।
उन्होंने कहा, “एक शिक्षक का कार्य केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होता, बल्कि उसका लक्ष्य भविष्य की पीढ़ियों को संवारना होता है। यह यात्रा अभी शेष है।” दीप शीखा का शिक्षण कार्य के प्रति समर्पण और नवाचार की सोच ने उन्हें छात्रों के बीच न केवल प्रिय बनाया है, बल्कि शिक्षण जगत में एक प्रेरणास्रोत के रूप में स्थापित कर दिया है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अन्य शिक्षकगणों ने भी इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि दीप शीखा का यह सम्मान संपूर्ण विद्यालय के लिए प्रेरणा है। उनके मार्गदर्शन और मेहनत से विद्यालय की शिक्षण गुणवत्ता में निरंतर सुधार हुआ है।
दीप शीखा की यह उपलब्धि उन सभी शिक्षकों के लिए प्रेरणादायक है, जो सीमित संसाधनों के बीच भी शिक्षा के माध्यम से समाज में बदलाव लाने का संकल्प लिए हुए हैं। शिक्षा विभाग, बिहार द्वारा उनके कार्य की इस प्रकार की सराहना से न केवल उनका मनोबल बढ़ा है, बल्कि जिले भर के शिक्षकों को भी उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहन मिला है।
