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सदर अस्पताल का डीएम ने किया औचक निरीक्षण, काउंटर संख्या एक एवं दो मिला बंद

बक्सर। डीएम अंशुल अग्रवाल के द्वारा सदर अस्पताल बक्सर का पूर्वाहन 10ः15 बजे औचक निरीक्षण किया गया। डीएम द्वारा निबंधन काउंटर का निरीक्षण किया गया। काउंटर संख्या 01 एवं 02 बंद पाया गया। अन्य काउंटर पर अत्यधिक भीड़ पाया गया। साथ ही काउंटर संख्या 01 एवं 02 के सामने अवस्थित शेड में बड़ी संख्या में भीड़ पाया गया। पूछताछ के क्रम में पाया गया कि यहां पहले ऐप में निबंधन होता है। उसके उपरांत पंजीकरण कराते हुए चिकित्सक से परामर्श एवं दवा आदि लिया जाता है।

सिविल सर्जन बक्सर को निर्देश दिया गया के ऐप से नए मरीजों के निबंधन हेतु नियमानुसार अतिरिक्त कर्मियों की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करेंगे, ताकि अल्प समय में मरीजों का निबंधन किया जा सके। उपाधीक्षक सदर अस्पताल बक्सर के द्वारा उपयुक्त स्थिति एवं सुरक्षा कर्मियों को नहीं रखा गया।

अस्पताल में दवा की उपलब्धता की समीक्षा की गई। सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया कि आइपीडी में 171 दवा की तुलना में 121 दवा उपलब्ध एवं ओपीडी में 285 दवा की तुलना में 216 दवा उपलब्ध है। सिविल सर्जन बक्सर को निर्देश दिया गया के अनुपलब्ध दवाओं की उपलब्धता अविलंब सुनिश्चित कराएंगे।

डीएम द्वारा लैब की जांच की गई। निरीक्षण के क्रम में एक व्यक्ति के द्वारा वायल नहीं होने की जानकारी दी गई तथा यह भी बताया गया कि इसकी अनुपलब्धता के कारण बाहर से क्रय करके लाया गया है। स्थिति अत्यंत ही खेदजनक है।

उपाधीक्षक के द्वारा बताया गया कि इस हेतु इंडेट किया गया है। विभिन्न बैठकों में दवा एवं जांच आदि की किट की उपलब्धता तथा आकलन कर उक्त सामग्रियों की समाप्ति के पूर्व इंडेट करते हुए ससमय प्राप्त करने का निर्देश दिया जाता रहा है परंतु सदर अस्पताल में वायल नहीं रहना अत्यंत ही खेदजनक है।

उक्त बिंदुओं के आलोक में उपाधीक्षक सदर अस्पताल बक्सर को अपना स्पष्टीकरण समर्पित करने का निर्देश दिया गया।

निरीक्षण के क्रम में एक व्यक्ति के द्वारा शिकायत की गई की लिक्विड प्रोफाइल की अस्पताल में जांच नहीं हो रही है तथा बाहर से कराने हेतु कहां जा रहा है। सदर अस्पताल में यह स्थिति अत्यंत ही खेदजनक है।

सिविल सर्जन को संबंधित एजेंसी से कारण पृच्छा कर कार्रवाई करते हुए अवगत कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही दैनिक प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया कि कौन-कौन सी जांच कितने की संख्या में की जा रही है।

निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि सदर अस्पताल बक्सर का निर्माणाधीन लिफ्ट का कार्य अब तक पूर्ण नहीं हुआ है। लगभग एक वर्ष पूर्व ही इसका कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए था।

अपर समाहर्ता सह जिला लोक निवारण पदाधिकारी बक्सर सह नोडल पदाधिकारी स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया कि नियमित अनुश्रवण करते हुए लिफ्ट का अधिष्ठापन शीघ्र कराना सुनिश्चित करेंगे।

अस्पताल के साफ सफाई का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में स्थिति अत्यंत ही असंतोषजनक पाई गई। पूछताछ के क्रम में पाया गया कि जीविका की ओर से कोई सुपरवाइजर भी नहीं रखा गया है।

सिविल सर्जन बक्सर को निर्देश दिया गया के जीविका के द्वारा कार्य में बरती जा रही लापरवाही के लिए कटौती एवं अन्य कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही सफाई के निरीक्षण हेतु सुपरवाइजर की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित कराए।

डायलिसिस कक्ष एवं अन्य कक्षों का निरीक्षण किया गया एवं कार्य होते हुए पाया गया। परंतु कई स्थानों पर काटून में दवा आदि रखा हुआ पाया गया जो अस्पताल की छवि को खराब करता है तथा लोगों को आवागमन में असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है।

सिविल सर्जन बक्सर को निर्देश दिया गया कि उक्त सामग्रियों को किसी भंडार कक्ष में रखना एवं भविष्य में इसकी पुनरावृति नहीं हो इसे सुनिश्चित कराएंगे।

70 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को आयुष्मान कार्ड बनाने की समीक्षा की गई। बताया गया कि सदर अस्पताल में आज से कैंप का आयोजन भी किया गया है।

कैंप के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि एक श्री पारसनाथ दुबे, नावानगर, उम्र 72 वर्ष का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है सिविल सर्जन बक्सर को निर्देश दिया गया कि 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को आयुष्मान निर्माण का नियमित अनुश्रवण करना सुनिश्चित करेंगे।

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