मिशन परिवार विकास अभियान : शहरी आशाओं के बीच सौभाग्यशाली किट वितरित
किट में है महिला-पुरुष गर्भ निरोधक साधन संग पर्ची, जागरूकता से ही संभव है जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण
बेतिया। मिशन परिवार विकास अभियान के तहत 40 शहरी आशाओं के बीच शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सौभाग्यशाली किट का वितरण अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने किया। इस अवसर पर डॉ चंद्रा ने कहा कि 2 सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले मिशन परिवार विकास अभियान के तहत शहरी आशाओं को पीएसआई इंडिया की ओर से नए सौभाग्यवती किट जिसमें (कंडोम, छाया, माला एन इत्यादि) है, का वितरण किया गया।
इस दौरान आशाओं को निर्देश दिया गया कि अपने कार्यक्षेत्र के नव दंपत्ति की सूची बनाकर उन महिलाओं के बीच इस किट का वितरण करना है जो अभी 2 वर्ष तक बच्चे नहीं चाहते। सभी आशाओं को 14 सितंबर तक योग्य दंपतियों से संपर्क करके सूची तैयार करना है। दंपतियों को 17 से 30 तारीख के मध्य सेवा दी जाएगी।
एसीएमओ ने पीपीआईयू सीडी, अंतरा इंजेक्शन, आईयूसीडी, महिला बंध्याकरण, पुरुष नसबंदी पर विशेष तौर से काउंसलिंग करने के लिए कहा है। जिला शहरी सलाहकार चंद्रकिशोर प्रसाद ने मिशन परिवार विकास के सभी पीपीआईयू सीडी, फॉर्मेटो पर चर्चा करके सभी आशाओं को समझाया।
मोबाइल एप्प पर जानकारी अपलोड करें
पीएसआई इंडिया के प्रताप सिंह कोश्यारी ने सभी आशाओं को मोबाइल एप्प पर परिवार नियोजन से सम्बन्धित कार्यों को अपडेट करने को कहा। आशाओं को कहा कि नव दंपतियों से मिलकर महिलाओं को एकजुट करते हुए उन्हें 18 वर्षो के बाद ही लड़की की शादी करने को जागरूक करने को कहा। इससे पहले विवाह होने पर कानूनी करवाई की जा सकती है।
विवाह के बाद तुरंत परिवार न बढ़ाते हुए परिवार नियोजन सामग्रियों की सहायता से कुछ समय इंतजार करने की बात बताने के साथ सास-बहु सम्मेलन आयोजित करें। पहला बच्चा दो साल के बाद ही हो। पहले और दूसरे बच्चे के बीच का अंतराल कम से कम तीन साल रखने, मासिक धर्म के स्वच्छता की बातें भी बताएं।
तभी बढ़ती जनसंख्या पर रोक लग पाएगी। मौके पर एसीएमओ, डॉ शहाबुद्दीन, डीसीएम राजेश कुमार, शहरी जिला शहरी स्वास्थ्य सलाहकार चंद किशोर, परिवार नियोजन परामर्शदाता अमित कुमार, प्रखंड उत्प्रेरक समीर आलम, पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि, आशा एवं एएनएम उपस्थित रहे।