सीतामढ़ी : जन जागरूकता में धर्म गुरुओं की भूमिका अहम
शिक्षा पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं पर मिली जानकारी
विभिन्न फॉर्म से भी फैलाई जा रही जागरूकता
सीतामढ़ी। पीरामल फाउंडेशन की टीम और शिक्षा विभाग ने मिलकर सीतामढ़ी में जागरूकता की मुहिम चलाई, जिसमें नानपुर, मोहम्मद जामिया मदरसा में 8 प्रखंडों के 42 प्रधान मौलबी ने एक दिवसीय उन्मखीकरण कार्यशाला में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पीरामल फाउंडेशन के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर सोमनाथ ने बताया कि सीतामढ़ी जिला आकांक्षी जिला है जिसके तहत स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य /गुणवाता सेवा देने हेतु कार्य किया जाना है। स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा में नीति आयोग द्वारा भी तय इंडिकेटर पर लगातार समीक्षा की जाती है ताकि समग्र सुधार हो सके। इसके लिए पिरामल टीम भी आवश्यक सहयोग कर रही है।
सीतामढी जिलांतर्गत कुल मदरसों की संख्या 97 है जिसने सभी मदरसा के प्रधान मौलवी को एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला में बुलाया गया था ताकि इनके माध्यम से समुदायों के बीच जन जागरूकता फैलाया जा सके। दो दिनों में पहला दिन रहमानिया मदरसा में कुल 53 प्रधान मौलवी और नानपुर मदरसा में कुल 42 मौलवी ने इस उनकुखीकरण कार्यशाला में भाग लिया।
इस कार्यशाला में मुख्य रूप स्वास्थ्य, शिक्षा और पोषण से संबंधित विस्तृत चर्चा की गई। मदरसा के प्रधान मौलवी ने अपनी अपनी समस्या से अवगत कराते हुए इस जन जागरूकता कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने हेतु शपथ लिया। उनलोगो ने कहा की निश्चित रूप से स्वास्थ्य और शिक्षा में जन जागरूकता बहुत जरूरी है और इस जागरूकता कार्यक्रम में उनका भरपूर सहयोग मिलेगा।
बैठक में यह भी तय हुआ की प्रत्येक महीने में एक बार हमलोग बैठक करेगे ताकि समय समय पर अपडेट और नई नई जानकारी मिलती रहे। अगला बैठक की तिथि 14 फरवरी को तय की गई है।पीरामल फाऊंडेशन की टीम ने बताया कि जन जागरूकता में धार्मिक गुरुओं की अहम भूमिका है इनके बातो का समाज में सम्मान दिया जाता है और निश्चित रूप से ये आगे लोगो को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाएंगो।
टीम ने यह भी बताया कि सीतामढ़ी में लोगो को जागरूक करने के लिए लोकल एनजीओ का फोरम, मीडिया बंधू का फोरम, धार्मिक गुरुओं का फोरम, एसएचजी ग्रुप में जुड़ी महिलाओ का फोरम और युवा (यूथ) का फोरम बनाया गया है जिसका उद्देश्य इनके माध्यम से लोगो मे जागरूकता फैलाना है ताकि लोग अपने स्वास्थ्य के बारे में जान सके और बच्चो के लिए शिक्षा का कितना महत्व है उनके जीवन में यह समझ सके।
10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए आशा के द्वारा घर घर एवम स्कूल में बूथ लगाकर दवा खिलाया जायेगा जिसमें सभी मदरसा के मौलवी ने सहयोग करने हेतू शपथ लिया। जन जागरूकता का यह पहल सीतामढी जिला में एक सार्थक प्रयास है जिसमे पिरामल की पूरी टीम संकल्पित है जिसमे सभी विभागों और जिला प्रशासन का भरपूर सहयोग मिल रहा है। कार्यक्रम में रोहित कुमार,प्रोग्राम लीडर और मनीष कुमार फेलो, मौजूद थे।