प्रशिक्षण के लिए रुन्नीसैदपुर की दो व पुपरी की एक शिक्षिका नई दिल्ली रवाना
/सीतामढ़ी/रुन्नीसैदपुर। जिले के लिए यह गर्व का विषय है कि एनसीईआरटी, नई दिल्ली द्वारा संचालित “डेवलपिंग स्कूल सोशल साइंस टेक्स्टबुक एंड अदर करिकुलर मटेरियल” प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम के लिए सीतामढ़ी जिले से मात्र तीन शिक्षिकाओं का चयन किया गया है। इनमें रुन्नीसैदपुर प्रखंड की दो तथा पुपरी प्रखंड की एक शिक्षिका शामिल हैं। चयनित शिक्षिकाएं गुरुवार को प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए नई दिल्ली रवाना हो चुकी हैं।
जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन
इस प्रतिष्ठित प्रशिक्षण कार्यक्रम में चयन जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। चयनित शिक्षिकाओं में रुन्नीसैदपुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय गंगवारा की शिक्षिका अंजू कुमारी, प्राथमिक विद्यालय कोईरी टोला धनुषी की प्रधान शिक्षिका शमा परवीन तथा पुपरी प्रखंड के मध्य विद्यालय रामपुर पचासी की शिक्षिका संगीता कुमारी शामिल हैं। इन शिक्षिकाओं का चयन उनके शैक्षणिक अनुभव, विषयगत दक्षता और नवाचार क्षमता के आधार पर किया गया है।
एनआईई कैंपस में होगा प्रशिक्षण
नई दिल्ली रवाना होने से पूर्व मध्य विद्यालय गंगवारा की सहायक शिक्षिका अंजू कुमारी ने बताया कि यह प्रशिक्षण एनसीईआरटी, नई दिल्ली के एनआईई (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन) कैंपस में आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण का उद्देश्य विद्यालय स्तर पर सामाजिक विज्ञान की पाठ्य-पुस्तकों एवं अन्य पाठ्यचर्या सामग्री के विकास की प्रक्रिया को समझाना और उसमें शिक्षकों की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करना है।
21 दिनों तक चलेगा विशेष कोर्स
बताया गया कि यह प्रमाणपत्र प्रशिक्षण कार्यक्रम 19 दिसंबर 2025 से प्रारंभ होकर 8 जनवरी 2026 तक चलेगा। कुल 21 दिनों के इस गहन प्रशिक्षण में शिक्षिकाओं को पाठ्य-पुस्तक लेखन, सामग्री विकास, शिक्षण-अधिगम की नवीन पद्धतियां, स्थानीय संदर्भों का समावेश तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रम निर्माण की बारीक जानकारियां दी जाएंगी।
आने-जाने व ठहरने की पूरी व्यवस्था
एनसीईआरटी द्वारा संचालित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत चयनित शिक्षिकाओं के आने-जाने का किराया एवं ठहरने की पूरी व्यवस्था की गई है। इससे शिक्षिकाओं को बिना किसी आर्थिक बोझ के राष्ट्रीय स्तर के इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण में भाग लेने का अवसर मिल रहा है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी की अनुमति
जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पत्र निर्गत कर तीनों शिक्षिकाओं को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने की औपचारिक अनुमति प्रदान की गई है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं सहकर्मी शिक्षकों ने चयनित शिक्षिकाओं को बधाई देते हुए आशा जताई है कि प्रशिक्षण के उपरांत वे जिले के विद्यालयों में सामाजिक विज्ञान शिक्षण को और अधिक प्रभावी एवं गुणवत्तापूर्ण बनाएंगी।
शिक्षा की गुणवत्ता में होगा सुधार
यह प्रशिक्षण न केवल चयनित शिक्षिकाओं के लिए बल्कि पूरे जिले के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभव और ज्ञान का उपयोग वे अपने विद्यालयों एवं अन्य शिक्षकों के साथ साझा करेंगी, जिससे जिले में शिक्षा की गुणवत्ता और शैक्षणिक नवाचार को नई दिशा मिलेगी।