न्यू प्राथमिक विद्यालय हरनाटांड़ में वर्ग 1 से 5 तक के बच्चों के चेहरे पर आई मुस्कान, निजी स्कूल जैसा महसूस करने लगे विद्यार्थी
भभुआ, कैमुर। सदर प्रखंड भभुआ के न्यू प्राथमिक विद्यालय हरनाटांड़ में एक प्रेरणादायी दृश्य उस समय देखने को मिला, जब विद्यालय के प्रधान शिक्षक धीरज कुमार ने अपने निजी वेतन की राशि से वर्ग 1 से 5 तक के सभी बच्चों को निःशुल्क टाई और बेल्ट का वितरण किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों के व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ उनमें अनुशासन, आत्मविश्वास और सम्मान की भावना को मजबूत करना है।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला। जैसे ही बच्चों को नई टाई-बेल्ट मिली, उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। विद्यालय का वातावरण तालियों और मुस्कान से भर गया। प्रधान शिक्षक धीरज कुमार ने इस अवसर पर बताया कि उन्होंने इस विद्यालय में योगदान देने के बाद ही संकल्प लिया था कि बच्चों के पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के लिए वेतन मिलने के बाद सबसे पहली प्राथमिकता टाई और बेल्ट वितरण को देंगे, ताकि बच्चे आत्मगौरव की भावना के साथ विद्यालय आएं।
धीरज कुमार ने यह भी बताया कि यह उनका पहला ऐसा प्रयास नहीं है। इससे पहले वे उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिलौटा, भभुआ में भी बच्चों को निःशुल्क टाई-बेल्ट और स्कूल डायरी का वितरण कर चुके हैं। उनका मानना है कि सरकारी स्कूलों के बच्चे भी किसी से कम नहीं हैं, बस उन्हें सही अवसर, प्रोत्साहन और सकारात्मक माहौल की आवश्यकता है।
इस अवसर पर बच्चों ने भी अपनी खुशी खुलकर व्यक्त की। वर्ग 4 की छात्रा शिवानी कुमारी ने मुस्कुराते हुए कहा, “हमें ऐसा लग रहा है जैसे हम किसी निजी स्कूल के विद्यार्थी हैं।” वहीं वर्ग 5 की छात्रा खुशी कुमारी और छात्र मनीष कुमार ने कहा कि “हमारे खुशी का ठिकाना नहीं है। हमें बहुत गर्व हो रहा है कि हमारे हेड सर আমাদের के लिए इतना अच्छा कार्य करते हैं।”
इस सराहनीय पहल में विद्यालय के शिक्षक मोहम्मद फिरोज आलम और शिक्षिका नीलम कुमारी की भी सक्रिय भूमिका रही। दोनों शिक्षकों ने कार्यक्रम के आयोजन और बच्चों के बीच सामग्री वितरण में अहम सहयोग किया।
उल्लेखनीय है कि प्रधान शिक्षक धीरज कुमार अपने नवाचारी कार्यों के लिए पूरे क्षेत्र में जाने जाते हैं। पूर्व में उनके द्वारा किए गए नवाचारों के लिए उन्हें राज्य स्तर पर शिक्षा मंत्री द्वारा ‘राजकीय शिक्षक सम्मान’ तथा जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ नवाचारी शिक्षक सम्मान’ से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा उनके द्वारा बच्चों के लिए ‘बालमन’ पत्रिका का मासिक प्रकाशन तथा विद्यालय में ‘बालमन कॉर्नर’ का निर्माण भी किया गया है, जो बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ने में सहायक रहा है।
न्यू प्राथमिक विद्यालय हरनाटांड़ में भी उनके नेतृत्व में विद्यालय के सर्वांगीण विकास की दिशा में लगातार सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। साफ-सफाई, शैक्षणिक वातावरण, बच्चों की उपस्थिति और अभिभावकों की सहभागिता में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल रहा है।
प्रधान शिक्षक धीरज कुमार की यह पहल न केवल अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि सच्ची लगन और समर्पण से बच्चों के भविष्य को संवारा जा सकता है। उनके इस प्रयास ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि शिक्षक केवल पढ़ाने वाला ही नहीं, बल्कि समाज निर्माता भी होता है।