BREAKING NEWS
डायट फारबिसगंज के प्राचार्य आफताब आलम : श्रेष्ठ नेतृत्व और आदर्श प्रबंधन का उत्कृष्ट प्रतीकजिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार हेतु प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर उन्मुखीकरण सह कार्यशाला संपन्ननशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ पर प्राथमिक कन्या विद्यालय लक्ष्मीपुर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजितअशोक सम्राट सेवा संस्थान ने राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर रक्तदान सह सम्मान समारोह का किया आयोजनडुमरांव को गड्ढामुक्त बनाने की तैयारी तेज, नवनिर्वाचित विधायक राहुल सिंह ने किया मुख्य सड़कों का निरीक्षणबक्सर जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों का शांतिपूर्ण माहौल में घोषित हुआ अंतिम परिणामबाल दिवस पर बच्चों में उत्साह, विद्यालय परिसर में पूरे दिन रही रौनकमो. एहतेशाम ने संभाला प्रधान शिक्षक का प्रभार, प्राथमिक विद्यालय डीहटोल इनाई को मिला नया नेतृत्वउत्क्रमित मध्य विद्यालय अमनौर सुल्तान : स्कूल ड्रेस में आने वाले बच्चों को मिला प्रोत्साहनसिवान में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (PBL) पर जिला स्तरीय कार्यशाला का सफल आयोजनऐतिहासिक मतदान : बेला रिकाबगंज बूथ पर 85.4 प्रतिशत मतदान, लोकतंत्र के पर्व में उमड़ा उत्साहबक्सर में विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना 14 नवंबर को, चारों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना प्रेक्षक नियुक्तविद्यालय से बच्चों को जोड़ने की पहल, खम्हार में 7 दिवसीय अभियान शुरूडुमराँव SDM राकेश कुमार ने Strong Room व Counting Hall का किया निरीक्षण, सुरक्षा व्यवस्था और पारदर्शिता पर दिया विशेष जोरमध्य विद्यालय कोआही के बच्चों और शिक्षिका ने घर-घर जाकर दिया मतदान का संदेश
No menu items available
BREAKING
डायट फारबिसगंज के प्राचार्य आफताब आलम : श्रेष्ठ नेतृत्व और आदर्श प्रबंधन का उत्कृष्ट प्रतीकजिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार हेतु प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर उन्मुखीकरण सह कार्यशाला संपन्ननशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ पर प्राथमिक कन्या विद्यालय लक्ष्मीपुर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजितअशोक सम्राट सेवा संस्थान ने राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर रक्तदान सह सम्मान समारोह का किया आयोजनडुमरांव को गड्ढामुक्त बनाने की तैयारी तेज, नवनिर्वाचित विधायक राहुल सिंह ने किया मुख्य सड़कों का निरीक्षणबक्सर जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों का शांतिपूर्ण माहौल में घोषित हुआ अंतिम परिणामबाल दिवस पर बच्चों में उत्साह, विद्यालय परिसर में पूरे दिन रही रौनकमो. एहतेशाम ने संभाला प्रधान शिक्षक का प्रभार, प्राथमिक विद्यालय डीहटोल इनाई को मिला नया नेतृत्वउत्क्रमित मध्य विद्यालय अमनौर सुल्तान : स्कूल ड्रेस में आने वाले बच्चों को मिला प्रोत्साहनसिवान में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (PBL) पर जिला स्तरीय कार्यशाला का सफल आयोजनऐतिहासिक मतदान : बेला रिकाबगंज बूथ पर 85.4 प्रतिशत मतदान, लोकतंत्र के पर्व में उमड़ा उत्साहबक्सर में विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना 14 नवंबर को, चारों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना प्रेक्षक नियुक्त

सभी मेन्यू देखें

Select City

लेटेस्ट अपडेट्स

डायट फारबिसगंज के प्राचार्य आफताब आलम : श्रेष्ठ नेतृत्व और आदर्श प्रबंधन का उत्कृष्ट प्रतीक
19 hours ago
जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार हेतु प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर उन्मुखीकरण सह कार्यशाला संपन्न
19 hours ago
नशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ पर प्राथमिक कन्या विद्यालय लक्ष्मीपुर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
21 hours ago
अशोक सम्राट सेवा संस्थान ने राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर रक्तदान सह सम्मान समारोह का किया आयोजन
2 days ago
डुमरांव को गड्ढामुक्त बनाने की तैयारी तेज, नवनिर्वाचित विधायक राहुल सिंह ने किया मुख्य सड़कों का निरीक्षण
4 days ago
Advertisement

समस्तीपुर : ट्रिपल ड्रग थेरेपी से जिले में पहली बार फाइलेरिया के प्रसार पर होगा वारः  डॉ एसके चौधरी 

– करीब 40 लाख की आबादी होगी लाभान्वित  – ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के सामने ही खानी होगी दवा समस्तीपुर। जिले में...

– करीब 40 लाख की आबादी होगी लाभान्वित 

– ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के सामने ही खानी होगी दवा

समस्तीपुर। जिले में पहली बार फाइलेरिया के प्रसार को कम करने के लिए  20 सितंबर से ट्रिपल ड्रग थेरेपी के तहत आइवर मेक्टिन, डीइसी तथा एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी, जिससे जिले के  करीब 40 लाख लोग लाभान्वित होंगे। यहआइवरमेक्टिन दवा 5 साल से उपर के लोगों को खिलाई जाएगी। ये बातें सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने मंगलवार को सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीएफएआर) तथा जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा आयोजित मीडिया कार्यशाला के दौरान कही।

वहीं जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया कि बुधवार से शुरु होने वाले इस कार्यक्रम में पहले तीन दिन सरकारी संस्थान, स्कूल (मीड डे मील के बाद), आंगनबाड़ी केंद्र तथा प्रत्येक सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर बनाए गए बूथों पर दवा खिलाई जाएगी। इसके बाद लगातार 14 दिनों तक ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर घर घर जाकर इस दवा को लोगों को अपने सामने खिलाएगी।

डॉ कुमार ने बताया कि फाइलेरिया क्यूलेक्स  मच्छर के काटने से होता है, जो अपने मुंह में माइक्रोफाइलेरिया के लार्वा का वहन किए होते हैं। मच्छर को पूर्ण रूप से समाप्त करना मुश्किल है, इसलिए जरूरी है कि इससे बचने के लिए एहतियाती कदम उठाए जाएं। इसके लिए सर्वजन दवा सेवन के तहत ट्रिपल ड्रग थेरेपी की दवा खिलाई जाती है। इसके पहले दो दवा डीईसी और एल्वेंडाजोल ही खिलाई जाती थी। आइवरमेक्टिन को इस बार जिले के लिए नई दवा के रुप में जोड़ा गया है जो अन्य दवाओं के प्रभाव में और तेजी लाती है। 

माइक्रोफाइलेरिया की दर 2.1

कार्यशाला के दौरान डब्ल्यूएचओ की जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी देवराजू ने पीपीटी के माध्यम से फाइलेरिया के प्रसार, दुष्प्रभाव और फाइलेरिया के विभिन्न चरणों के बारे में विस्तार से बताया। डॉ देवराजू ने बताया कि जिले में इस सर्वजन दवा अभियान के पहले नाइट ब्लड  सर्वे कराया गया था, जिसमें जिले में माइक्रोफाइलेरिया की दर 2.1 रही। यह आंकड़ा बेहद ही गंभीर है, जिसका एक उपाय सर्वजन दवा सेवन के तहत ट्रिीपल ड्रग थेरेपी की दवा का सेवन है। 

सामने खानी है दवा

डॉ माधुरी देवराजू ने बताया कि सर्वजन दवा सेवन के तहत सबसे जरूरी है कि इस दवा को बांटना नहीं है बल्कि हरेक ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर को उसे अपने सामने ही खिलाना है। तीनों दवाओं में से एल्बेंडाजोल की गोली को हमेशा चबाकर खाना है। 

प्रतिकूल प्रभाव पर घबराएं नहीं

सीएस डॉ चौधरी ने बताया कि ट्रिपल ड्रग थेरेपी के सेवन से कुछ लोगों में प्रतिकूल प्रभाव भी देखने को मिलते हैं, वह मतली, चक्कर, हल्की बुखार के रूप में भी हो सकते हैं। इन दुष्प्रभावों से घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। यह दुष्प्रभाव तभी होंगे जब आपके अंदर माइक्रोफाइलेरिया होंगे। प्रतिकूल प्रभाव से बचने के लिए प्रत्येक प्रखंड में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। जिसमें चिकित्सक और एंबुलेंस हमेशा मौजूद होंगे। प्रत्येक ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के पास रैपिड रिस्पांस टीम का नंबर मौजूद होगा। 

डोज पोल के तहत खानी है दवा

कार्यशाला के दौरान भीबीडी कंसल्टेंट संतोष कुमार ने दवा खिलाने में इस्तेमाल किए जाने वाले डोज पोल के बारे में बताते हुए कहा कि दवा खिलाने के लिए एक डोज पोल का निर्माण किया गया है। इसमें लंबाई के अनुसार गोली की संख्या तय है। अगर किसी बच्चे की ऊंचाई 90 सेमी से कम है तो उन्हें आइवरमेक्टिन की गोली नहीं देनी है। वहीं दो साल से पांच साल तक के बच्चों को सिर्फ डीइसी और एल्बेंडाजोल की गोली ही दी जाएगी।

किसे नहीं खानी है दवा

डॉ माधुरी ने बताया कि यह दवा दो साल से कम उम्र के बच्चों, गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों, गर्भवती स्त्रियों, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नहीं खिलानी है। मौके पर सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी, सदर अस्पताल के हेल्थ मैनेजर, डब्ल्यूएचओ की जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी देवराजू, भीबीडी कंसंल्टेट संतोष कुमार, पिरामल के प्रतिनिधि, पीसीआई डीसी मारुति नंदन समेत अन्य लोग मौजूद थे।

अभय कुमार

Author at DUMRAON NEWS EXPRESS

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top