स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार द्वारा बेहतर कार्य को लेकर जिला कार्यक्रम प्रबन्धक हुए पुरस्कृत
जुलाई माह में 3986 हुआ ओपीडी, 4387 हुआ स्कैन एंड शेयर
जिले के सभी 555 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्कैन एंड शेयर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी
बेतिया। बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत एक-दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन बुधवार को पटना में किया गया। जिसमें मंगल पाण्डेय स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार के द्वारा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन अंतर्गत स्कैन एंड शेयर में पूरे बिहार में दूसरे स्थान प्राप्त करने पर अनुमण्डलीय अस्पताल बगहा को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थान मानते हुए स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
वहीं बेहतर कार्य को लेकर जिला कार्यक्रम प्रबन्धक अमित अचल को पुरस्कृत किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार के सभी जिलों से जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी, जिला योजना समन्वयक, अस्पताल प्रबंधक एवं सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक ने भाग लिया।
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक अमित अचल ने बताया की स्कैन एंड शेयर के माध्यम से ओपीडी में लगने वाले भीड़ में कमी आती है साथ ही मरीजों के आभा आईडी बनवाने से उनकी मेडिकल हिस्ट्री भी बन जाती है जिससे इलाज में आसानी होती है।
उन्होंने बताया की जुलाई माह में 03 हजार 986 हुआ ओपीडी और 04 हजार 387 स्कैन एंड शेयर किया गया। उन्होंने बताया की राज्य के निर्देश के अनुसार अब जिले के सभी 555 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्कैन एंड शेयर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
वहीं एपीएचसी / यूपीएचसी पर चिकित्सा पदाधिकारी एवं एचएससी पर सीएचओ को इस कार्य को पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को इसकी निगरानी करने हेतु निर्देशित किया गया है।
इस अवसर पर प्रमुख अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में प्रत्यय अमृत, अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, संजय कुमार सिंह, सचिव स्वास्थ्य विभाग, सुहर्ष भगत, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार,शशांक शेखर सिन्हा, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, डाॅ बी के मिश्रा, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, राज्य स्वास्थ्य समिति उपस्थित थे।
आभा आईडी से मरीजों को मिल रहा है डिजिटलाइजेशन का फायदा
डीपीसी अमित कुमार ने बताया की ओपीडी मे आए हुए मरीजों का आसानी से आभा आईडी का लाभ मिल रहा है, जिससे सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब रजिस्ट्रशेन काउंटर पर लंबी कतार में लगने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने बताया की किस बीमारी के मरीज आ रहें है, उन्हें कौन सी दवाए चल रही है इसकी जानकारी उपलब्ध हों रहीं है। आभा आइडी पर रजिस्ट्रेशन के बाद आभा क्यूआर कोड को स्कैन करके मरीज स्वयं भी संबंधित चिकित्सक के पास इलाज के लिए आसानी से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। उन्होंने बताया की आभा आईडी के प्रचार प्रसार के लिए सरकारी अस्पतालों में पोस्टर लगाये गये हैं, कई प्रखंडों में आभा काउंटर बनाये गये हैं। उन्होंने
बताया कि मोबाइल फोन की मदद से आसानी से आभा आइडी बनाया जा सकता है। इसके बाद मोबाइल द्वारा क्यूआर कोड को स्कैन करना पड़ता है। इसकी मदद से मरीज को एक टोकन नंबर मिलता है जिससे मरीज ओपीडी की पर्ची प्राप्त कर लेता है। अस्पतालों में एक विशेष क्यूआर कोड वाला आभा काउंटर होता है जहां यह सुविधा मिलती है।
बताया कि आभा एप्प पर पहले मरीज को अपने बारे में जरूरी विवरण देना होता है। आभा एप्प पर रजिस्ट्रेशन के बाद क्यूआर स्कैन करने के साथ ही मरीज की सभी प्रकार की जानकारी काउंटर पर मौजूद कंप्यूटर आपरेटर के पास चली जाती है। मरीज पर्ची लेकर संबंधित डॉक्टर के पास जाते हैं। वहीं आभा एकाउंट की मदद से मरीज के पुराने जांच तथा दवा से जुड़ी जानकारी एक रिकॉर्ड बन जाती है।
अनुमण्डलीय अस्पताल बगहा को पुरस्कृत किए जाने पर जिले के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा, जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मूर्तजा अंसारी, जिला अनुश्रवन पदाधिकारी विनय कुमार सिंह, डीपीसी अमित कुमार, डीसीएम राजेश कुमार, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर सुबोध कुमार व अन्य लोगों ने बधाई दी।