डा. मौलाना अबुल कलाम आजाद जयंती शिक्षा दिवस पर डा. मनीष को मिला सम्मान

डुमरांव. डा. मौलाना अबुल कलाम आजाद जयंती पर बिहार के शिक्षकों को प्रत्येक जिले से उत्कृष्ट कार्य कर रहंे, सक्रिय शिक्षकों को राज्य स्तर पर ऑनलाइन माध्यम से सम्मानित किया गया. जिसमें जिला से शिक्षक डा. मनीष कुमार शशि और एक अन्य शिक्षक को यह सम्मान प्राप्त होना गौरव की बात है. राज्य स्तर से लगभग 300 शिक्षकों को यह पुरस्कार दिया गया.
इस ऑनलाइन वेबीनार में एनसीईआरटी के भाषा विभाग से डा. उषा शर्मा जुड़ी थी, उन्होंने बिहार के शिक्षकों की सराहना की. उन्होंने टीचर्स आफ बिहार दी चेंज मेकर द्वारा संचालित कार्यक्रम में शिक्षकों के गतिविधियों को ऑनलाइन देखने के साथ ही उसकी भूरि भूरि प्रशंसा की. राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त निदेशक रश्मि प्रभा ने भी ऐसे कार्यक्रम में शिक्षकों के निस्वार्थ जुड़ने और पूरी तनमयता के साथ कार्य करने की तारीफ की.
टीओबी द्वारा संचालित इस कार्यक्रम में उन्होंने शिक्षक को प्रेरणा भी दी. केंद्रीय विश्वविद्यालय के भाषा से जुड़े प्रो. चंदन श्रीवास्तव ने भी बिहार के शिक्षकों के कड़ी मेहनत की सराहना की. उन्होंने बताया कि बिहार के शिक्षक काफी मेधावी है और अपनी लगन से कठिन कार्य को भी सरल बनाने में महारत हासिल किए हुए हैं.
टीओबी संस्थापक शिव कुमार ने शिक्षकों के कार्य उद्देश्य और महत्व के साथ-साथ इतिहास के पन्ने टटोले और शिक्षकों के महत्वपूर्ण कार्य को देश स्तर तक कैसे पहुंचा जाए, इस पर अपनी बातें स्पष्ट रूप से रखी. इस ऑनलाइन कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार विजेता और राज्य स्तर के शिक्षक पुरस्कार विजेता बहुत से शिक्षकों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की.
तकनीकी टीम लीडर शिवेंद्र सुमन ने भी शिक्षकों को तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ उनके महत्वपूर्ण कार्यों को रेखा अंकित किया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शिवकुमार, मुदित प्रसाद, केशव कुमार, मृत्युंजय प्रसाद, पुष्पा प्रसाद, कुमारी गुड्डी, खुशबू कुमारी, अनीता यादव, डा. मनीष कुमार आदि की उपस्थिति देखी गई.