वैशाली। आंगनबाड़ी परिभाषा बदल रही है। यहां जितना ध्यान पोषण और स्वास्थ्य पर दिया जाता है अब उतना ही गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर भी। वह इसलिए ताकि गांव के नौनिहालों को स्कूल पूर्व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा और अच्छा शैक्षणिक वातावरण मिल सके। इससे बच्चों में मानसिक तथा शारीरिक विकास होने के साथ वे आगे की शिक्षा को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। इस परिभाषा को चेहरा कला प्रखंड के ताल सेहान पंचायत का मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र 103 आज सही अर्थों में परिभाषित कर रहा है।
चेहरा कला की महिला पर्यवेक्षिका रूबी कुमारी कहती हैं मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र 103 को सच में मॉडल बनाने में वहां के जनप्रतिनिधि, सीडीपीओ, सेविका, सहायिका और पूरे आईसीडीएस विभाग का सहयोग है। इस मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र में पार्क, झूले, आधुनिक कलासरूम, स्वच्छ शौचालय एवं रसोई घर आदि बनाया गया है। क्लास रूप में बच्चों को बैठने के लिए रंग बिरंगे नये आकर्षक फर्निचर लगाये गये हैं, वहीं पूरे आंगनबाड़ी केंद्र का मैट से फ्लोरिंग किया गया है। शिक्षा के साथ यहां पोषण, स्वच्छता और आंगनबाड़ी पर मिलने वाली हर सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाता है।
आंगनबाड़ी के केंद्र के दीवार दे रहे ज्ञान
आंगनबाड़ी केंद्र के दीवार बच्चों को ज्ञान दे रहे हैं। इतना ही नहीं इसे आकर्षक रूप से सजाया गया है। दीवार पर फल-सब्जियों को चित्रित करते हुए उसके नाम दिये गये हैं, जिससे बच्चे आसानी से सीख-समझ सकते हैं। अंग्रेजी तथा हिन्दी वर्णमाला भी अंकित किया गया है। इसके अलावा वर्ग कक्ष के ऊपरी दीवार को प्लेनेटोरियम का स्वरूप दिया गया है।
ट्रैंपोलिन कर रहा आकर्षित, खेल-खेल में मिल रही शिक्षा
मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र में खेल-खेल में शिक्षा दी जा रही है। यहां बच्चों को खेलने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराया गया है। मुख्य रूप से यहां लगा ट्रैंपोलिन बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। इसके अलावा झूले तथा स्लाईडर से बच्चे उत्साहित हो रहे हैं। एक बार में यहां आठ से नौ बच्चे झूला झूल सकते है।
वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था
मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र को और विशेष बनाया गया है। यहां के रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की सहायता से वर्षा जल को धरती के भीतर प्रवेश करने की भी व्यवस्था की गयी है। इसके अलावे चाइल्ड फ्रेंडली बेसिन तथा शौचालय भी बनाए गए हैं जो इस मॉडल आंगनबाड़ी को विशेष बनाती है।
रसोई गैस से बनता है खाना
ताल सेहान मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र 103 के बच्चे धुआं रहित खाना खाते हैं। यहां जिला प्रशासन की ओर से एलपीजी गैस सिलिंडर और चूल्हा की व्यवस्था की गयी है। उससे खाना बनाकर बच्चों को परोसा जा रहा है।