मोतिहारी। जिले में पोषण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के निर्देशानुसार पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। यह पखवाड़ा 20 मार्च से शुरू है जो 03 अप्रैल तक चलेगा। इस अभियान के तहत मोटे अनाज के उपयोग करने के साथ पोषण के महत्व को बढ़ावा दिया जा रहा है। आईसीडीएस के डीपीओ शशिकांत पासवान ने बताया कि इस पखवाड़ा का उद्देश्य, जन आंदोलन और जन भागीदारी के माध्यम से पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और खान-पान की स्वस्थ आदतों को बढ़ावा देना है।
स्वस्थ एवं संतुलित रहने के लिए मोटे अनाज का उपयोग बढ़ाएं व भोजन का हिस्सा बनाएं – डीपीओ
डीपीओ शशिकांत पासवान व आईसीडीएस जिला समन्वयक अमृता श्रीवास्तव ने बताया कि जीवन में स्वस्थ एवं संतुलित रहने के लिए मोटे अनाज का उपयोग बढ़ाएं। उसे भोजन का हिस्सा बनाएं। क्योंकि मोटे अनाजों में भरपूर मात्रा में आयरन, कैल्सियम, मिनरल्स पाए जाते हैं। उन्होंने ज्वार, बाजरा, रागी का उपयोग बढाने और अपने मुख्य भोजन का हिस्सा बनाने की अपील की। उन्होंने बताया कि कुपोषण को दूर करने के लिए एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में ’श्री अन्न’ है। जिसे सभी अनाजों की जननी कहा जाता है।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर हो रही हैं गतिविधियां
पोषण के संदेश के प्रचार प्रसार के लिए जिले भर के आंगनबाड़ी केंद्रों पर गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। आंगनबाड़ी केंद्र पर पोषण रैली, प्रभात फेरी, माता समूह के साथ बैठक, गृह भ्रमण, हैंड वाशिंग, वृद्धि निगरानी, का आयोजन किया जा रहा है। वहीँ दिवाल लेखन, किशोरी समूह की बैठक, प्रश्नोतरी, चित्रकारी, निबंध/रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन एवं योग की शिक्षा दी जा रही है। ढ़ाका सीडीपीओ तेज़ कुमारी, रक्सौल सीडीपीओ रीमा कुमारी व बंजरिया सीडीपीओ संगीता कुमारी ने बताया कि पोषण पखवाड़ा मार्च 2023 के अवसर पर पर्यवेक्षिका एवं आंगनबाड़ी सेविका सहायिका के सहयोग से जगह जगह पोषण रैली निकालने के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा है।