पोषण ट्रैकर ऐप से होगी आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों के विकास व स्वास्थ्य की निगरानी

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पोषण ट्रैकर ऐप एवं वृद्धि निगरानी पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का हुई समापन

आरा, 06 मार्च। शिशु पोषण की निगरानी एवं समुदाय तक समेकित बाल विकास सेवाओं की महत्ता एवं गुणवत्ता में इजाफा करने के उद्देश्य से जिले में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन बुधवार को हुआ। जिसमें राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आठ पर्यवेक्षिकाओं ने कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी। 

इस दौरान राष्ट्रीय पोषण अभियान के जिला समन्वयक पियुष पराग यादव ने बताया कि सरकार द्वारा आंगनबाड़ी पर प्राप्त सेवाओं को पारदर्शी बनाने का प्रयास किया जा रहा। इसमें पोषण ट्रैकर एप की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जा रही सभी सेवाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाती है। 

लेकिन, अब सरकार के निर्देश पर आईसीडीएस द्वारा नामांकित बच्चों की विकास और स्वास्थ्य की निगरानी (वृद्धि निगरानी) पोषण ट्रैकर के माध्यम से की जानी है। इस प्रशिक्षण का प्रमुख उद्देश्य भी वृद्धि निगरानी एवं पोषण ट्रैकर पर मास्टर ट्रेनर तैयार किया जाना है। जो अपने परियोजना क्षेत्र में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को ट्रैकर के माध्यम से वृद्धि निगरानी के संबंध में बताएंगी।

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पोषण अभियान को जन आंदोलन का व्यापक रूप दिया जा रहा

प्रशिक्षण के दौरान ट्रेनरों ने बताया कि पोषण अभियान को जन आंदोलन का व्यापक रूप दिया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से 0-6 आयु वर्ग के समस्त बच्चों की वृद्धि और विकास का आंकलन कर एक सशक्त स्वास्थ्य डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। 

पोषण अभियान के दौरान स्वस्थ बच्चों के परिवारों विशेषकर माताओं को बच्चों के समुचित विकास में योगदान के लिए सामाजिक तौर पर सम्मानित किया जाएगा। वहीं, जिन परिवारों के बच्चे वृद्धि और विकास के मानकों में थोड़ा पीछे रह जाएंगे, उनकी कुपोषण के विरुद्ध लड़ाई में एकजुटता और प्रतिबद्धता के साथ उन्हें चिकित्सीय मदद प्रदान की जाएगी। 

सीडीपीओ ने कहा कि बच्चों के विकास और वृद्धि मानकों का डाटा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से निरंतर साझा किया जा रहा है। माताओं एवं परिवारों की पोषण शिक्षा के दृष्टिगत सूक्ष्म पोषक तत्वों से युक्त मौसमी और स्थानीय पोषण सामग्री का भी प्रदर्शन किया जाता है, ताकि वह बच्चों को उचित पोषाहार दिया जा सके।

मास्टर ट्रेनरों द्वारा दिया जा रहा है प्रशिक्षण

डीपीओ माला कुमारी ने बताया कि राज्य स्तरीय प्रशिक्षण के लिए जिले की आठ एलएस का चयन किया गया था। जिनमें पहले दिन चरपोखरी एलएस कुमारी जमाला शर्मा, अगिआंव एलएस खुशबू कुमारी, तरारी एलएस रेखा सोनी व जगदीशपुर एलएस उषा कुमारी के द्वारा आरा सदर व ग्रामीण, बड़हरा, बिहिया, कोईलवर, पीरो तथा उदवंतनगर की 34 एलएस को प्रशिक्षित किया गया। 

वहीं, दूसरे दिन बड़हरा एलएस अनामिका कुमारी, बिहिया एलएस सारिका श्रिवास्तव, कोईलवर एलएस रक्षा गुप्ता व उदवंतनगर एलएस प्रिती कुमारी ने अगिआंव, चरपोखरी, गड़हनी, जगदीशपुर, सहार, शाहपुर, संदेश तथा तरारी की 33 एलएस को प्रशिक्षण दिया। अब इनके माध्यम से परियोजना क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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