मुजफ्फरपुर। वैसे फाइलेरिया मरीज जिन्हें सूजन या पैरों में सूजन के कारण फोल्ड हो चुका है, उन्हें सोने के पहले अपना पैर एक खास तरीके से अवश्य साफ करना चाहिए, क्योंकि ऐसे मरीजों में संक्रमण की संभावना अधिक होती है। ये बातें सोमवार को मीनापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित कलस्टर मीटिंग के दौरान वहां के एमओआईसी डॉ राकेश कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि सूजन और फोल्ड वाले फाइलेरिया मरीजों में अगर काम के दौरान चोट या कांटे चुभ जाएं तो वह जल्द ही नजदीकी सरकारी अस्पताल आकर अपना उपचार करालें। ऐसे में संक्रमण के और विस्तारित होने की संभावना होती है। मालूम हो कि दो से तीन फाइलेरिया सपोर्ट मेंबर समूह में से से चार-चार फाइलेरिया रोगियों को फाइलेरिया एमएमडीपी प्रशिक्षण और फाइलेरिया के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। वे समुदाय स्तर पर जाकर लोगों को फाइलेरिया के दुष्प्रभाव और फाइलेरिया से ग्रस्त लोगों को सेल्फ केयर के गुर सिखाएगें।
व्यायाम भी फाइलेरिया में फायदेमंद
प्रशिक्षण के दौरान डब्ल्यूएचओ की जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी देवराज ने फाइलेरिया रोगियों को सेल्फ केयर के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के व्यायाम के बारे में बताया। डॉ माधुरी ने फाइलेरिया रोगियों को कुर्सी के सहारे अलग अलग व्यायाम के बारे में बताया। कलस्टर प्रशिक्षण में आयीं मधुबनी गांव की संगीता देवी ने बताया कि इस कलस्टर मीटिंग के जरिए हम लोगों ने सेल्फ केयर की ढेर सारी विधियां सीखी। यह किसी भी फाइलेरिया रोगी के जीवन प्रत्याशा में वृद्धि में सहायक होता है। हम लोग भी समुदाय स्तर पर प्रशिक्षण में सीखे चीजों के बारे में बताएगें। मौके पर एमओआईसी डॉ राकेश कुमार, डब्ल्यूएचओ की डॉ माधुरी, केयर डीपीओ सोमनाथ ओझा, सीफार के राज्य प्रतिनिधि अरनेंदु झा, नीतू कुमारी, रूपम, प्रमोद कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।