मोतिहारी। बिहार में रोग निगरानी और महामारी से बचाव की तैयारी को मजबूत करने पर आईडीएसपी आईएचआईपी कार्यशाला का आयोजन, प्रत्यय अमृत, अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, बिहार की अध्यक्षता में पटना में किया गया। इसमें पूर्वी चम्पारण के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला महामारी विशेषज्ञ ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम अंतर्गत समेकित स्वास्थ्य एवं सूचना मंच पोर्टल प्रतिदिन किए जाने वाले गुणवत्तापूर्ण प्रतिवेदन प्रतिवेदित करने एवं संचारी रोग से संबंधित महामारी की निगरानी एवं रोकथाम में राज्य भर में उत्तम प्रदर्शन हेतु स्वास्थ्य विभाग बिहार के अपर मुख्य सचिव, प्रत्यय अमृत द्वारा जिला सर्वेक्षण ईकाई, मोतिहारी, पूर्वी चंपारण को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया।
जिला स्तरीय टीम के सामूहिक एवम् कठोर परिश्रम का प्रतिफल
इस अवसर डॉ रंजीत राय, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, डॉ राहुल राज, जिला महामारी विशेषज्ञ ने कहा कि यह उपलब्धि स्वास्थ्य विभाग की प्रखंड स्तरीय टीम एवम् जिला स्तरीय टीम के सामूहिक एवम् कठोर परिश्रम का प्रतिफल है। साथ ही इस कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहे संस्था आद्री के जिला समन्वयक अमन कुमार, आवेश करणी एवम् विजय कुमार डाटा एंट्री ऑपरेटर आई डी एसपी पूर्वी चंपारण का अतुलनीय योगदान रहा। सीएस पूर्वी चम्पारण डॉ अंजनी कुमार ने समस्त सहकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में बेहतर प्रदर्शन से नए लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी शुभकामनाएं दी।
संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक निगरानी की जाती है
जिला महामारी पदाधिकारी डॉ राहुल राज ने बताया कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक निगरानी की जाती है। उन्होंने बताया कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के तहत 32 से अधिक संक्रामक बीमारियों की पहचान की जाती है। संक्रामक बीमारियों की ऑनलाइन रिकॉर्डिंग की जाती है। साथ ही संबंधित मरीजों को सहायता प्रदान की जाती है। इससे क्षेत्र में फैल रहे संक्रामक बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरोधात्मक व उपचारात्मक कार्रवाई की जाती है। ताकि समय रहते संबंधित बीमारियों को रोका जा सके।