बक्सर: जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के मासिक समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय परिसर स्थित कार्यालय कक्ष में आहूत की गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ब्रह्मपुर, राजपुर, चक्की एवं नावानगर में ओपीडी की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया। साथ ही सिविल सर्जन बक्सर एवं डीपीएम बक्सर को टीम गठित कर नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया। स्वास्थ विभाग, बिहार सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में चिकित्सकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति पर भी चर्चा की गई तथा सिविल सर्जन बक्सर को निर्देशित किया कि सभी संस्थानों में चिकित्सकों की उपस्थिति बायोमेट्रिक प्रणाली के आधार पर किया जाए।
परिवार नियोजन पखवाड़ा में NSV व TL में दिए गए अपेक्षित लक्ष्य को पूरा करने एवं लेबर रूम के रोस्टर में प्रत्येक शिफ्ट में PPIUCD trained ANM/GNM रखने का निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन बक्सर को बाढ़ प्रवण प्रखंडों में आवश्यक दवाइयों के समुचित व्यवस्था एवं आवश्यक संसाधनों के साथ तैयार रहने का निर्देश दिया गया। जहां-जहां आशा का पद रिक्त है वहां अविलंब विभागीय नियमानुसार आशा सिलेक्शन की प्रक्रिया प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया। साथ ही नियमित टीकाकरण में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाने हेतु जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी बक्सर को निर्देश दिया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौसा सड़क की ऊंचाई से काफी नीचे होने के कारण बरसात के पानी से जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिसके आलोक में जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा BNSICL के इंजीनियर से समन्वय स्थापित कर ईस्टीमेट बनाते हुए प्रतिवेदन देने को कहा गया। पुराने सदर अस्पताल में अवस्थित ब्लड बैंक को सदर अस्पताल बक्सर में शिफ्ट करने एवं अनुमंडल अस्पताल डुमराव में अल्ट्रासाउंड चालू कराने हेतु सिविल सर्जन बक्सर एवं उपाधीक्षक एसडीएच को निदेशित किया गया।
कायाकल्प एवं NQAS के अंतर्गत सभी अस्पतालों को मानक के अनुरूप एवं दिए गए समय के अनुसार कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। जिससे आमजनों को बेहतर से बेहतर सुविधा दिया जा सके। बैठक में सिविल सर्जन बक्सर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक जिला स्वास्थ्य समिति बक्सर, डीपीएम बक्सर, सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।