डीएम ने किया राजस्व समन्वय समिति, अग्नि काण्ड से संबंधित एवं नीलाम पत्र वाद की समीक्षा बैठक

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बक्सर। डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में राजस्व समन्वय समिति, अग्नि काण्ड से संबंधित एवं नीलाम पत्र वाद की समीक्षा बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित सभाकक्ष में की गई।

राजस्व समन्वय समिति की बैठक में अंचलाधिकारी के लिए विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप प्रगति, दाखिल-खारिज (विशेष रूप से अंचल स्तर पर 63 एवं 21 दिनों से ज्यादा लंबित मामलें), आधार सीडिंग (रैयत का जमाबंदी, आधार नम्बर के साथ जोडना), परिमार्जन (रैयत के जमाबंदी में किसी प्रकार का संशोधन कार्य),

अभियान बसेरा-2 (सुयोग्य श्रेणी के भूमिहीन व्यक्तियों के लिए BPPHT एवं बिहार सरकार की भूमि उपलब्ध कराना), भू लगान की वसूली एवं आर0टी0पी0एस0 एवं लोक शिकायत निवारण के तहत लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन इत्यादि की समीक्षा समाहर्ता द्वारा की गई तथा आवश्यक निर्देश दिए गए जो निम्नवत है-

आवश्यक निर्देशः-

जमाबंदी का आधार सीडिंग संबंधी कार्य पर खेद व्यक्त किया गया। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अंचलाधिकारी द्वारा गंभीरतापूर्वक प्रयास नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण अपेक्षित प्रगति प्राप्त नहीं हो रहा है।

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अंचलाधिकारी चौगाई, सिमरी एवं ब्रह्यपुर की प्रगति जिला के अन्य अंचलों की अपेक्षा में सबसे कम पाया गया। इस संबंध में संबंधित अंचलाधिकारी से स्पष्टीकरण के साथ-साथ न्यूनतम प्रगति प्राप्त करने वाले 05 राजस्व कर्मचारियों से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया।

अभियान बसेरा-2 के तहत सर्वेक्षित परिवार तथा पर्चा वितरण हेतु पात्र परिवार के बीच अंतर होने के दृष्टिगत अंचलाधिकारी बक्सर, राजपुर, केसठ, सिमरी, चौगाई एवं चक्की को पुनः इसका समीक्षा करने का निर्देश देते हुए दोषी राजस्व कर्मचारियों से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया।

समाहर्ता द्वारा दाखिल-खारिज संबंधी मामलें में 63 दिनों से ज्यादा तथा 21 दिनों से ज्यादा लंबित सभी मामलें का निष्पादन एक सप्ताह के अंदर करने का निर्देश दिया गया। वितीय वर्ष 2023-24 में भू-लगान की वसूली केवल 19.29 प्रतिशत प्राप्त हुआ है जो लक्ष्य के अनुरूप बहुत कम है

अंचलाधिकारियों द्वारा लगान वसूली हेतु अपने स्तर से पूरे वितीय वर्ष में किसी प्रकार का गंभीर प्रयास अथवा कार्य योजना तैयार नहीं की गयी, जो खेदजनक है। समाहर्ता द्वारा पंचायतवार/मौजावार बडे बकायेदारों की सूची तैयार कर वसूली करने का निर्देश दिया गया।

समीक्षा के क्रम में पाया गया कि लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी द्वारा पारित आदेश का अनुपालन काफी संख्या में लंबित है। आर0टी0पी0एस0 संबंधी मामलें का लंबित होना दर्शाता है कि अंचलाधिकारी द्वारा प्राप्त आवेदन के सापेक्ष निष्पादित की जा रही आवेदन की समीक्षा नहीं की जाती है।

समाहर्ता द्वारा सभी अंचलाधिकारी को नियमित रूप से आर0टी0पी0एस0 संबंधी मामलें के प्रगति की समीक्षा माह के अंत में अवश्य करते हुए माह समाप्ति तक कुल प्राप्त आवेदनों का पूर्ण रूप से निष्पादन अचूक रूप से करने हेतु निर्देशित किया गया।

लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी द्वारा समय-समय पर सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने हेतु निर्गत आदेश का अनुपालन अंचल स्तर पर ससमय नहीं किया जा रहा है, जो खेदजनक है। सभी अंचलाधिकारी विशेष रूचि लेकर ऐसे सभी मामलों का निष्पादन प्राथमिकता के साथ करना सुनिश्चित करेंगे।

नीलाम पत्र वाद की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कुछ अंचलाधिकारियों द्वारा गंभीरतापूर्वक कार्यों का निष्पादन करते हुए शत प्रतिशत वसूली की गयी है, जबकि कुछ अंचलाधिकारियों द्वारा शत प्रतिशत वसूली की दिशा में गंभीरतापूर्वक प्रयास नहीं किया गया है। सभी अंचलाधिकारी थानाध्यक्ष के साथ आपसी समन्व्य स्थापित करते हुए नीलाम पत्र वाद निष्पादन की दिशा में अग्रेतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।

वर्तमान गर्मी एवं तेज हवा के कारण क्षेत्र में अगलगी की घटना संभावित है, जिसमें पीडित परिवार को तत्काल राहत पहुँचाने का निर्देश दिया गया। इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही/लापरवाही को अक्षम्य मानते हुए दोषी पदाधिकारी/कर्मी पर विधि सम्मवत कार्रवाई की जाएगी।

अंचल इटाढी अंतर्गत आग लगने की घटना में प्रभावित व्यक्तियों के स्वास्थ्य लाभ के संबंध में संज्ञान लेते हुए बैठक में उपस्थित जिला कृषि पदाधिकारी को संबंधित कृषि समन्वयक पर प्रपत्र क गठित करने का निर्देश दिया गया।

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