डुमरांव. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी फाल्गुन शिवरात्रि पर डुमरांव अनुमंडल अंतर्गत कोरानसराय के समीप कचईनिया विनोवा वन स्थित कंचनेश्वर शिव धाम पर शिव-पार्वती विवाह महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. जिसको लेकर शिव-पार्वती विवाह महोत्सव समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा शिव मंदिर परिसर में बैठक का आयोजित किया गया. जिसमें समिति के सभी कार्यकर्ता मौजूद रहंे. सर्वसम्मति से महोत्सव को संपन्न कराने का निर्णय लिया गया. इस दौरान कार्य योजना तैयार किया गया.
जिसमें 17 फरवरी को अहले सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक महारुद्राभिषेक का कार्यक्रम मुख्य यजमान मिथिलेश पाठक एवं समिति की उपस्थिति में बनारस से पधारें, आचार्य द्वारा कराया जाएगा. तत्पश्चात शाम 7ः30 बजे से 9ः30 बजे तक प्रवचन कार्य चलेगा. कथावाचक के रूप में पूज्य संत श्री नारायण दास भक्त माली (मामा जी) महाराज के कृपा पात्र श्री राम कथा एवं भक्तमाल के सरस कथाकार अवधेश शरण दास, परम पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज के शिष्य राधा मोहन दास व परम पूज्य अनंत श्री विभूषित श्री अशोक दास जी महाराज भागवत भूषण, अयोध्या के शिष्या प्रज्ञा पांडे द्वारा श्रीरामचरितमानस व भागवत कथा से आधारित कथा का रसपान कराया जाएगा.
उसके बाद रात भर कीर्तन कार्यक्रम परसागांडा, आथर, रामपुर, चकौडा, कचईनिया के कीर्तन मंडली द्वारा चलेगा. दूसरे दिन 18 फरवरी को सुबह 9 बजे से बरात सह शोभायात्रा निकलेगा, जो शिव मंदिर से चलकर कचईनिया गांव होते हुए कोरानसराय प्रमुख चैक नहर मार्ग से दखिनांव पुल से निकलकर आथर दुर्गा मंदिर होते हुए पासवान टोली, काली स्थान, महावीर चबुतरा, शीतल टोला, चकौडा, रामपुर फील्ड होते हुए पार्वती मंदिर विनोबा बन पहुंचेगा. वही शाम 5 बजे से वेदी पूजन के साथ विवाह कार्यक्रम संपन्न होगा.
विवाह कार्यक्रम आचार्य पंडित गिरजानंद पांडे और उनके टीम द्वारा संपन्न होगा. साथ की पूर्व की तरह शाम 7 बजे से उक्त कथावाचकों द्वारा कथा कार्यक्रम चलेगा. इस दरम्यान शाम 7 बजे से भव्य भंडारे का भी आयोजन जारी रहेगा. भंडारा कार्यक्रम परम पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज के शिष्य मिथिलेश पाठक द्वारा संपन्न होगा. बता दें कि फाल्गुन शिवरात्रि के दिन कंचनेश्वर शिव मंदिर पर वर्षों पूर्व से प्रतिवर्ष भव्य मेला का आयोजन होता है, जहां दूर दराज से भी लोग पहुंचते हैं.