डुमरांव. देश मे प्रतिवर्ष होने वाले मौत के आंकड़ों में एक बड़ा हिस्सा सड़क दुर्घटना में मारे गए लोगो का होता है। आकस्मिक सड़क दुर्घनाओं के विश्लेषण से पता चलता है कि कुल सड़क दुर्घटनाओं में 78.7 प्रतिशत दुर्घटनाएँ चालको की गलती से होती है। सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं ट्रैफिक जागरूकता हेतु सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 11 जनवरी से 17 जनवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। बुधवार को सुमित्रा महिला महाविद्यालय में एक सप्ताह तक चलने वाले सड़क सुरक्षा कार्यक्रम की शुुरुआत हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ शोभा सिंह द्वारा किया गया। प्रधानाचार्य ने बताया कि सड़क दुर्घटना में न केवल एक ब्यक्ति की मृत्यु होती है, बल्कि परोक्ष रूप से उस पर आश्रित परिवार भी उस मौत के दंश को झेलता है।
देश के आदर्श नागरिक होने के नाते हम सबों का कर्तव्य बनता है कि हम यातायात के नियमो के प्रति लोगों को जागरूक करें। ततपश्चात महाविद्यालय के वरीय प्राध्यापक प्रो. सुरेशचंद्र त्रिपाठी ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम में यातायात नियमांे पर कार्यशाला, स्लोगन प्रतियोगिता, छात्र अविभावक संवाद आदि कार्यकर्माे का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में डॉ सुभाष चंद्रशेखर, डॉ शैलेन्द्र कुमार, प्रो शम्भूनाथ शिवेंद्र, डॉ दिनेश सिंह, डॉ किरण सिंह, चीकू, पवन सिंह, अभय कुमार ने भाग लिया।
