जो इंसान अपने गुरुओं के सानिध्य में रहता है, उसे विकास से कोई नहीं रोक सकता: आनंद स्वामी
डुमरांव. पुराना भोजपुर में रविवार को एक दिवसीय सत्संग कथा का आयोजन किया गया. जहां भक्तों को कथावाचक आनंद स्वामी ने अपनी कथा से सराबोर किया. कथा के दौरान गुरुजनों की महता पर प्रकाश डालते हुए कथावाचक आनंद स्वामी ने कहा कि जो इंसान अपने गुरुओं के सानिध्य में रहता है, उसे विकास को कोई नहीं रोक सकता. इसके साथ ही कथा में श्रोताओं की शैय्या पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रोता दो प्रकार के होते हैं.
आंतरिक श्रोता और बाह्य श्रोता. कथा को दोनांे प्रकार से श्रवण करने वालों श्रोतागण कथा के मूलभाव को ग्रहण करते हैं. ऐसे में श्रोतागण का मूल रस व सारांश प्राप्त करने के लिए तन मन और धन से समर्पित होकर कथा का श्रवण करना चाहिए. कथा के बाद कथावाचक ने सदगुरु की आरती की. जिससे क्षेत्र में भक्तिमय हो गया. मौके पर अभिमन्यु सिंह, मोहन सिंह, रामजी सिंह, संतोष शर्मा, विनय सिंह, रोहित सिंह सहित अन्य श्रोतागण शामिल रहें.