डुमरांव. छपरा कोर्ट के अधिवक्ता राम अयोध्या यादव एवं उनके अधिवक्ता पुत्र सुशील कुमार यादव को घर से न्यायालय जाते समय अपराधियों द्वारा दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई, जो अपने आप में एक दर्दनाक घटना है. इस घटना को लेकर एडवोकेट एसोसिएशन शुक्रवार को एक शोक सभा की ततपश्चात न्यायिक कार्यों से अपने को अलग रखा.
यह कार्यक्रम संघ के महासचिव पृथ्वी नाथ शर्मा की अध्यक्षता में हुई. साथ ही एक निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए सरकार से मृत अधिवक्ताओं के परिजनों को दो करोड़ रुपया, सरकारी नौकरी, सुरक्षा की गारंटी एवं राजस्थान की तरह अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की गई. मांगों में मृत अधिवक्ता परिवार को सहायता के रूप में सरकार दो करोड़ रुपया का अविलम्ब भुगतान करें,
मृत अधिवक्ता परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी दे, पुरे बिहार के अधिवक्ताओं की सुरक्षा हेतु राजस्थान की तरह अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट अविलम्ब लागू करें, अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी सुनिश्चित करते हुए अपराधियों को कडी सजा सरकार दिलावें,
मृत अधिवक्ता परिवार की सुरक्षा मुहैया कराई जाए. मौके पर अधिवक्ता विरेन्द्र तिवारी, सुरेन्द्र सिंह, अशोक ओझा, रामाशीष सिंह, पीयूष पांडेय, मंगल मूर्ति तिवारी, खूब लाल राम, राजनाथ सिंह, संजय सिंह राणा, जयनाथ राम आदि मौजूद रहे.