मुजफ्फरपुर। टीबी के उन्मूलन के लिए सरकार किस हद तक प्रयासरत है, यह कार्यक्रम में दी जा रही सुविधाओं से समझा जा सकता है। टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट के दौरान गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को एक्स रे सेंटर तक पहुंचने के लिए भी यात्रा भत्ता दिया जा रहा है। यह सुविधा वर्ल्ड विजन के टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट के दौरान प्रखंड स्तर पर मुहैया कराई जा रही है। अभी तक गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले करीब 350 लोगों को यात्रा भत्ता दी जा चुकी है।
वर्ल्ड विजन के जिला समन्वयक दिनकर चतुर्वेदी ने बताया कि टीबी मरीज के साथ रहने वाले परिवार में 05 साल से ऊपर के सभी सदस्यों का एक्सरे करके टीबी को रूल आउट किया जा रहा है। जांच के दौरान किसी सदस्य का एक्सरे सजेस्टिव पाए जाने पर उसकी टीबी की जांच प्रक्रिया आगे बढ़ायी जाती है यदि एक्सरे रिपॉर्ट नॉन सजेस्टिव आता है तो उन्हें आइसोनियाजिड नाम की टीबी प्रिवेंटिव दवा दी जाती है। अभी तक जिले में कुल छह हजार आठ सौ लोगों को यह दवा दी गयी है।
प्राइवेट एक्सरे सेंटर में भी दी जा रही सुविधा
दिनकर चतुर्वेदी ने बताया कि टीबी के संदिग्ध मरीज़ो की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी प्रखंडों के सरकारी एक्सरे सेंटर के साथ प्राइवेट सेंटर के साथ भी समन्वय स्थापित किया गया है ताकि किसी भी हाल में संदिग्धों की एक्सरे रूक न पाए। दिनकर ने बताया कि गुरूवार को जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ सीके दास के नेतृत्व में सभी ब्लॉक से आए एसटीएसए एसटीएलएसए टीबीएचवी को प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट ऑफ ट्यूबरक्यूलोसिस प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट पर प्रक्षिक्षण दिया गया।