शिक्षिका पूनम देवी को मिला “टीचर ऑफ द मंथ” का खिताब, बधाइयों का तांता

भोजपुर जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, खैरही, पीरो की शिक्षिका पूनम देवी को शिक्षा विभाग की ओर से “टीचर ऑफ द मंथ” का खिताब प्रदान किया गया। यह सम्मान उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान, नवाचारों और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए दिया गया है।
विद्यालय और शिक्षा विभाग में खुशी की लहर
पुनम देवी को यह सम्मान मिलने पर विद्यालय परिवार और स्थानीय शिक्षा विभाग में खुशी की लहर दौड़ गई। शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों ने उनके इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने कहा कि पूनम देवी अपने समर्पण और शिक्षण विधियों के कारण हमेशा से ही बच्चों की पसंदीदा शिक्षिका रही हैं। उनकी मेहनत और प्रयासों से विद्यालय के छात्रों का शैक्षणिक स्तर निरंतर ऊँचा हो रहा है।

नवाचार और शिक्षण विधियों की सराहना
शिक्षिका पूनम देवी ने अपनी शिक्षण विधियों में आधुनिक तकनीकों और रचनात्मक गतिविधियों को शामिल किया है, जिससे छात्रों को पढ़ाई रोचक और प्रभावी लगती है। इसके अलावा, कमजोर छात्रों के लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन कर उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बधाइयों का लगा तांता
उनकी इस उपलब्धि पर सहकर्मी शिक्षक, विद्यार्थी और समाज के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। डीईओ अहसन, डीपीओ चंदन प्रभाकर “टीचर ऑफ द मंथ” पुरस्कार मिलने पर शिक्षिक की सराहना करते हुए कहा कि यह सम्मान उनके उत्कृष्ट शिक्षण और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया और अन्य शिक्षकों को भी प्रेरित होने की बात कही। सहित शिक्षक-शिक्षिकाओं में यश राज, इंदू रानी, स्वाति त्रिपाठी, प्रीति श्रीवास्तव, डिम्पल, दीपक शर्मा सहित अन्य शिक्षकों और शुभचिंतकों ने उन्हें शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
पुनम देवी का आभार
सम्मान मिलने पर शिक्षिका पूनम देवी ने शिक्षा विभाग और अपने सहयोगी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान न केवल उनका बल्कि पूरे विद्यालय और छात्रों का है। उन्होंने यह भी संकल्प लिया कि आगे भी वे शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगी।
शिक्षा विभाग का उद्देश्य
विभाग द्वारा “टीचर ऑफ द मंथ” सम्मान योग्य शिक्षकों को प्रेरित करने और शिक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए दिया जाता है। पुनम देवी को यह पुरस्कार मिलना अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणादायक साबित होगा और वे भी बच्चों को शिक्षित करने के लिए नवाचारों को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।