फाइलेरिया की लड़ाई में दे रहे विभाग का साथ, खुद से पोस्टर बनवा स्कूलों में किए वितरित
सीतामढ़ी। जिले के छोटे से पंचायत मूसाचक में अब फाइलेरिया और सर्वजन दवा सेवन अभियान से हर कोई वाकिफ है। दरअसल मूसाचक के जनप्रतिनिधि दीनबंधु प्रसाद ने वहां जागरूकता की ऐसी बयार बहाई कि यह अभियान ही पूरे पंचायत में चर्चित हो गया। इससे न सिर्फ विभाग अपने लक्ष्य की तरफ अग्रसर हो पाया बल्कि दीनबंधु ने गांव को भी फाइलेरिया संक्रमण के चक्र से दूर रखा है।
दीनबंधु कहते हैं कि फाइलेरिया के लिए उनके मन में काम करने का जज्बा जनप्रतिनिधियों के उन्मुखीकरण के दौरान आया। जब उन्होंने एक मामूली सी समझने वाली बीमारी को करीब से जाना। इसके लक्षण उभरने में होने वाली देरी इस बीमारी के लिए सबसे घातक मानते हुए पूरे पंचायत को इस बीमारी के बारे में समझाने की ठानी।
अपने स्तर से बैनर व जागरुकता फैलाया
दीनबंधु कहते हैं कि मैंने अपने पंचायत के सभी पांच स्कूलों में सर्वजन दवा सेवन अभियान के जागरूकता वाले पोस्टर और बैनर बंटवाए। 26 जनवरी को झंडोतोलन के बाद भी मैंने इसे इस अभियान को राष्ट्रीय कर्तव्य समझते हुए ग्रामीणों को अभियान के बारे में समझाया। स्कूलों में जाकर खुद समझाने लगा। कभी चेतना सत्र तो कभी कक्षा में भी उपस्थित होकर छात्रों को इसके बारे में समझाया।
नाइट ब्लड सर्वे के दौरान मैंने गांव वालों से आगे आकर ब्लड सैंपल देने का अनुरोध किया था, जिससे जल्द ही लक्षित आबादी की जांच हो पायी। ग्राम सभा और आशा आंगनबाड़ी के माध्यम से जहां बैठा चर्चा की। इसका नतीजा हुआ कि गांव में रहने वाले पंचायत के सभी ग्रामीणों ने इस दवा का सेवन किया है। अभी तक लगभग 80 प्रतिशत ग्रामीणों ने इस दवा का सेवन किया है।
जनप्रतिनिधियों के जन जागरूकता की ऐसी मिसाल से जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार यादव भी काफी हर्षित हैं। उन्होंने कहा कि इस बार जनप्रतिनिधियों का उन्मुखीकरण काफी सफल रहा। बीमारी की गंभीरता और अभियान की आवश्यकता को उन्होंने समझा, जिसका परिणाम है कि दीनबंधु प्रसाद जैसे प्रतिनिधि अपने क्षेत्र ही नहीं बल्कि जिले में अपनी मिसाल कायम कर रहे हैं।